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खालिदा जिया अस्पताल में भर्ती, कई बीमारियों से जूझ रही हैं बांग्लादेश की पूर्व PM

बीएनपी प्रमुख लंबे समय से कई बीमारियों से जूझ रही हैं, जिनमें लिवर सिरोसिस, डायबिटीज और किडनी, फेफड़े, हृदय और आंखों से संबंधित समस्याएं शामिल हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों के एक समूह द्वारा 23 जून को उनकी चेस्ट में पेसमेकर लगाया गया था. नवंबर 2021 में लिवर सिरोसिस का पता चलने के बाद से उनके डॉक्टर उन्हें विदेश भेजने की सलाह दे रहे हैं.

खालिदा जिया अस्पताल में भर्ती (फाइल फोटो) खालिदा जिया अस्पताल में भर्ती (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • ढाका,
  • 12 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:38 PM IST

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को गुरुवार तड़के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. एक मीडिया रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है. ढाका ट्रिब्यून अखबार ने बीएनपी मीडिया सेल के सदस्य सैरुल कबीर खान के हवाले से बताया कि 79 वर्षीय बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष अपने निवास से लगभग 1:40 बजे एवरकेयर अस्पताल पहुंचीं.

उनके डॉक्टर प्रोफेसर एजेडएम जाहिद हुसैन ने कहा कि मेडिकल बोर्ड ने कई टेस्ट रिकमेंड किए हैं और अस्पताल में भर्ती होने के बाद उन्हें एक प्राइवेट केबिन में रखा गया है. उन्होंने कहा, 'टेस्ट के रिजल्ट्स को रिव्यू करने के बाद आगे इलाज किया जाएगा.' 21 अगस्त को जिया उसी अस्पताल में 45 दिनों के इलाज के बाद घर लौटी थीं.

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5 साल से थीं नजरबंद

पूर्व प्रधानमंत्री पिछले पांच वर्षों से घर में नजरबंद थीं. उन्हें 6 अगस्त को बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के आदेश से रिहा कर दिया गया था. 5 अगस्त को उनकी कट्टर प्रतिद्वंद्वी शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के गिरने के बाद उन्हें उनके खिलाफ सभी आरोपों से बरी कर दिया गया था.

कई बीमारियों से जूझ रहीं बीएनपी चीफ

बीएनपी प्रमुख लंबे समय से कई बीमारियों से जूझ रही हैं, जिनमें लिवर सिरोसिस, डायबिटीज और किडनी, फेफड़े, हृदय और आंखों से संबंधित समस्याएं शामिल हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों के एक समूह द्वारा 23 जून को उनकी चेस्ट में पेसमेकर लगाया गया था. नवंबर 2021 में लिवर सिरोसिस का पता चलने के बाद से उनके डॉक्टर उन्हें विदेश भेजने की सलाह दे रहे हैं.

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पांच मामलों में बरी हुईं जिया

इस महीने की शुरुआत में, जिया को पांच अलग-अलग मामलों में बरी कर दिया गया था, जिसमें एक 'फर्जी जन्मदिन' का आरोप और दूसरा युद्ध अपराधियों के समर्थन करने का आरोप शामिल था. जिया मार्च 1991 से मार्च 1996 तक और फिर जून 2001 से अक्टूबर 2006 तक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थीं.

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