
पाकिस्तान की एक अदालत में सोमवार को कार्यवाही के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी इमोशनल हो गई और फूट-फूटकर रो लगीं. उन्होंने देश की अक्षम न्याय प्रणाली और अपने पति की अन्यायपूर्ण सजा के खिलाफ अपनी असहायता व्यक्त की.
पूर्व पीएम की पत्नी तारनोल, कराची कंपनी, रमना, सचिवालय और कोहसर पुलिस स्टेशनों में दर्ज छह मामलों में अपने पति और खुद के लिए जमानत लेने के लिए इस्लामाबाद के जिला मजिस्ट्रेट अफजल मजोका की अदालत में पेश हुईं थीं.
रावलपिंडी की अदियाला जेल में हुई सुनवाई के दौरान इमरान खान को अदालत में पेश नहीं किया गया. उन्हें वीडियो लिंक के जरिए भी पेश नहीं होने दिया गया. इसी दौरान जब बुशरा अदालत में बोलने आईं तो वह इमोशनल हो गईं.
'9 महीनों से न्याय की उम्मीद में हूं'
उन्होंने कहा, "मैं पिछले नौ महीनों से न्याय की सेवा के लिए जिम्मेदार लोगों द्वारा अन्याय का सामना कर रही हूं. मुझे और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक को अन्यायपूर्ण सजा सुनाई गई."
उन्होंने रोते हुए कहा, "कोई न्याय नहीं है. मैं न्याय मांगने नहीं आई हूं." उन्होंने वकीलों पर भी आरोप लगाया और कहा कि उनका प्रतिनिधित्व करने वाले समेत सभी वकील "केवल वक्त बर्बाद करते हैं."
'क्या जेल में बंद व्यक्ति इंसान नहीं'
उन्होंने कहा, "जो व्यक्ति (इमरान खान) जेल में बंद है, क्या वह इंसान नहीं है? क्या कोई न्यायाधीश इसे नहीं देखता है." वह दोबारा इस अदालत में नहीं आएंगी, जहां कोई न्याय नहीं है."
बुशरा ने न्यायाधीश से कहा कि अदालत के बाहर उसकी कार में उसका कंबल और अन्य सामान है और यदि आदेश दिया जाए तो वह वापस जेल जाने के लिए तैयार है.
नए तोशखाना मामले में जमानत मंजूर होने के बाद बुशरा को पिछले महीने जेल से रिहा कर दिया गया था, लेकिन उनके पति इमरान खान अभी-भी जेल में बंद हैं.
अदालत ने सुनाई थी 14 साल की सजा
बता दें कि पीटीआई संस्थापक के सत्ता में रहने के दौरान सरकारी नियमों के उल्लंघन में राज्य के द्वारा मिले गिफ्ट्स को रखने और बेचने का दोषी पाए जाने के बाद बुशरा को 31 जनवरी को एक अदालत ने 14 साल की सजा सुनाई थी. हालांकि, वे अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार करते हैं.