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आतंकी संगठन IS की मदद कर रही थी सीमेंट कंपनी, अमेरिका ने ठोका भारी जुर्माना

फ्रांस की सीमेंट कंपनी लाफार्ज को सीरिया में आतंकी संगठन आईएस की मदद करना भारी पड़ गया है. इस मामले में कंपनी को भारी जुर्माना देना होगा. इसके लिए अमेरिका की कोर्ट ने करीब 800 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • पेरिस,
  • 18 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 11:48 PM IST

फ्रांस की सीमेंट कंपनी लाफार्ज को IS की आर्थिक मदद करने के मामले में भारी भरकम जुर्माना देना होगा. ब्रुकलिन की संघीय कोर्ट ने पहली बार अमेरिका में एक कंपनी को आतंकवादी संगठन को सामग्री सहायता प्रदान करने के आरोप में दोषी ठहराया है.

आरोपों में कहा गया था कि लाफार्ज की ओर से इस्लामिक स्टेट (IS) समेत उन समूहों को आर्थिक मदद की गई थी, जो कि अमेरिका की ओर से आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल किए गए हैं. इस मामले में कोर्ट ने लाफार्ज को दोषी ठहराया. इतना ही नहीं, कंपनी को इस मामले में जुर्माने के तौर पर करीब 800 मिलियन डॉलर का भुगतान करना होगा. 

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कोर्ट में सुनवाई के दौरान लाफार्ज ने सीरिया में आतंकी समूहों की मदद करने के अमेरिकी आरोप को स्वीकार भी किया है. इतना ही नहीं, लाफार्ज ने 687 मिलियन डॉलर (698 मिलियन यूरो) जब्त करने और अपनी दोषी याचिका में 90 मिलियन डॉलर का जुर्माना देने पर सहमति व्यक्त की.

सीमेंट निर्माता कंपनी ने पहले आंतरिक जांच के बाद स्वीकार किया था कि उसकी सीरियाई सहायक कंपनी ने संयंत्र में कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र समूहों को भुगतान किया था, लेकिन कंपनी की ओर से इस बात से साफ तौर पर इनकार किया गया था कि वह मानवता के खिलाफ अपराधों में शामिल थी.

लाफार्ज के अध्यक्ष मगाली एंडरसन ने कोर्ट में कहा कि अगस्त 2013 से नवंबर 2014 तक कंपनी के पूर्व अधिकारी जानबूझकर सीरिया में विभिन्न सशस्त्र समूहों को भुगतान कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जब जांच में यह पता चला तो इस कृत्य के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को 2017 से कंपनी से निकाल दिया गया था. 

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2017 में फ्रांस में कुछ समूहों ने लाफार्ज पर 2011 और 2015 के बीच सीरिया में आईएस समूह के आतंकवादियों सहित सशस्त्र समूहों को 13 मिलियन यूरो का भुगतान करने का आरोप लगाया था.

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