
जर्मनी में चल रहे जी-7 (Group-7) के तीन दिवसीय सम्मेलन में कई देशों के नेताओं ने मिलकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के माचो इमेज की खिल्ली उड़ाई है. रविवार को सम्मेलन की शुरूआत में ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, यूरोपीय कमिशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन आदि नेताओं ने पुतिन की पुरानी बहुचर्चित शर्टलेस तस्वीरों का जिक्र करते हुए उनका मजाक उड़ाया.
जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज की मेजबानी में बैठक शुरू होने के बाद बॉरिस जॉनसन ने अपनी कुर्सी पर बैठते हुए मजाकिया अंदाज में बाकी विश्व नेताओं से पूछा, 'जैकेट पहने रहें या उतार दें? क्या हम अपना कोट उतार दें?
उनकी इस बात पर ट्रूडो ने वहां मौजूद पत्रकारों और फोटोग्राफर की तरफ इशारा करते हुए कहा कि कोट उतारने से पहले आधिकारिक तस्वीरें ले ली जानी चाहिए. इस पर टोकते हुए जॉनसन ने कहा कि हमें ये दिखाने की जरूरत है कि हम पुतिन से ज्यादा मजबूत हैं.
पुतिन का मजाक यहीं नहीं रुका बल्कि पुतिन के 2009 के एक तस्वीर पर ट्रूडो ने तंज कसा. उन्होंने कहा, 'हम छाती दिखाते हुए घोड़े पर सवार होकर तस्वीर लेने जा रहे हैं. ट्रूडो जिस तस्वीर का मजाक उड़ा रहे थे, वो पुतिन की शर्टलेस तस्वीर है जिसमें वो एक घोड़े पर सवार दिख रहे हैं. पुतिन की वो तस्वीर अब भी मौके-बे-मौके वायरल होती रहती है.
जॉनसन और ट्रूडो की बातें सुन यूरोपीय कमिशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन ने कहा, 'घोड़े की सवारी सबसे अच्छी रहेगी.' तब जॉनसन ने कहा, 'हमें उन्हें (पुतिन को) अपने पैक्स दिखाने हैं.'
पुतिन की माचो इमेज
पुतिन की माचो इमेज की रूस से लेकर विदेशों में भी काफी चर्चा रही है. सोशल मीडिया पर उनकी कई तस्वीरें उपलब्ध हैं जिसमें उनकी माचो इमेज उभरकर आती है. पुतिन को मजबूत दिखाने के लिए ली गई उन तस्वीरों में पुतिन शर्टलेस होकर कभी मछली मारते तो कभी घोड़ा दौड़ाते दिखे हैं.
एक तस्वीर में पुतिन शर्टलेस पानी में स्विमिंग करते दिखे हैं. एक दूसरी तस्वीर में पुतिन हाथ में बंदूक लिए जंगल में घूमते दिख रहे हैं. पुतिन की इन तस्वीरों को रूस में काफी पसंद किया जाता है.
जी-7 देशों की बैठक में छाया है रूस का मुद्दा
जी-7 देशों की बैठक के पहले दिन विश्व के नेताओं ने यूक्रेन पर रूसी हमले, विश्व पर उसके प्रभाव और यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की. इस दौरान रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाकर उसे अलग-थलग करने पर बात की गई. सदस्य देशों ने साथ मिलकर रूस पर और नकेल कसने के लिए फैसला किया कि वो रूसी सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाएंगे. यूक्रेन को और अधिक वित्तीय सहायता देने पर भी सहमति बनी.
कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका के इस संगठन की बैठक हर साल होती है. साल 2022 में G-7 सम्मेलन की मेजबानी जर्मनी कर रहा है. जर्मनी ने इस सम्मेलन में बतौर मेहमान भारत, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को बुलाया है. जी-7 की तरफ से घोषणा की गई है कि 27 जून को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की इस सम्मेलन में वर्चुअली हिस्सा लेंगे.