
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया के बाली में G-20 बैठक में शिरकत करने के लिए सोमवार को रवाना हो गए. वह आधी रात 12.30 बजे के आसपास बाली हवाईअड्डे पहुंचेंगे. इसके बाद वह 15 और 16 नवंबर को G-20 की विभिन्न बैठकों मे शिरकत करेंगे. इस दौरान मोदी इंडोनेशिया, ब्रिटेन, फ्रांस, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और स्पेन के राष्ट्रप्रमुखों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने इंडोनेशिया के लिए रवाना होने से पहले कहा, मैं 17वीं G-20 बैठक में शामिल होने के लिए 14 से 16 नवंबर तक इंडोनेशिया के बाली में होऊंगा. मैं 15 नवंबर को बाली में भारतीय समुदाय को संबोधित करने को लेकर आशान्वित हूं.
G-20 के लिए मोदी का एजेंडा
मोदी ने कहा, मैं ग्लोबल ग्रोथ, खाद्य, ऊर्जा सुरक्षा और स्वास्थ्य सहित विभिन्न मुद्दों पर वैश्विक नेताओं के साथ चर्चा करूंगा. मैं इस दौरान वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की उपलब्धियों और प्रतिबद्धताओं को उजागर करूंगा.
प्रधानमंत्री मोदी लगभग 45 घंटे बाली में रुकेंगे. वह इस दौरान 20 कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे और दुनियाभर के 10 वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे. सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी अब बिजी शेड्यूल से कुछ समय निकालकर इंडोनेशिया में भारतीय प्रवासियों को संबोधित भी करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी 14 नवंबर की आधी रात को 12.30 बजे बाली हवाईअड्डे पर पहुंचेंगे.
भारत 1 दिसंबर से G-20 की अध्यक्षता संभालेगा
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो 16 दिसंबर को बाली में G-20 की अध्यक्षता भारत को सौंपेंगे. भारत आधिकारिक तौर पर एक दिसंबर से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा.
इस पर मोदी ने कहा, भारत एक दिसंबर से आधिकारिक तौर पर G-20 बैठक की अध्यक्षता करेगा. मैं निजी तौर पर अगले साल G-20 की बैठक के लिए सभी सदस्यों को आमंत्रित करूंगा.
भारत की G-20 की अध्यक्षता 'वसुधैव कुटुम्बकम' या 'वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर' थीम पर आधारित होगी.
G-20 में ये देश शामिल
G-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है. इस समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.