
इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के दौरान अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) ने एक महत्वपूर्ण आदेश दिया है. वर्ल्ड कोर्ट ने इजरायल से कहा है कि वह गाजापट्टी में अपने हमले में हुई मौतों और नुकसान का पूरा हवाला दें और किसी भी तरह की गंभीर चोट या नुकसान को रोकें.
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि इजरायल यह सुनिश्चित करें कि उनकी सेना गाजा में नरसंहार नहीं करें और वहां मानवीय स्थिति में सुधारवादी कदम उठाएं. इसके साथ ही अदालत ने इजरायल से इस मामले में एक महीने के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है.
दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल पर गाजापट्टी में नरसंहार (Genocide) का आरोप लगाते हुए संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत का रुख किया था. इसी याचिका पर सुनवाई करते हुए अपने फैसले में कोर्ट ने ये आदेश दिया है. दरअसल दक्षिण अफ्रीका ने अदालत से अनुरोध किया था कि वह जल्द से जल्द इस्राइली सैन्य अभियानों को रोकने का आदेश दे.
आईसीजे के अध्यक्ष ने कहा कि दरअसल अदालत गाजा में हो रही मानवीय त्रासदी के नुकसान से वाकिफ हैं और गाजा में मारे जा रहे लोगों को लेकर चिंतित हैं.
ICJ के फैसले पर क्या बोले इजरायली पीएम
आईसीजे के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने नरसंहार केस को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि इजरायल अपनी सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाना जारी रखेगा.
इससे पहले कोर्ट में सुनवाई के दौरान दक्षिण अफ्रीका ने कहा कि गाजा में इजरायल की कार्रवाई से जेनोसाइड कन्वेंशन का उल्लंघन हुआ है. दक्षिण अफ्रीका ने कहा कि सात अक्टूबर को हमास के इजरायल पर हमले के बाद से इजरायल ने गाजा पर कहर बरपा रखा है. हालांकि, इजरायल ने नरसंहार के आरोपों को खारिज किया है और कोर्ट से इन आरोपों को रद्द करने को कहा है.
कैसे शुरू हुई इजरायल और हमास जंग?
इजरायल और हमास के बीच पिछले साल 7 अक्टूबर से जंग जारी है. हमास ने इजरायल पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागे थे. इसके बाद इजरायल ने जंग का ऐलान कर दिया था. इजरायल और हमास में जारी जंग में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. हमास का दावा है कि इजरायली हमलों में 25 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. जबकि, हमास के कब्जे में अब भी सैकड़ों इजरायली नागरिक बंधक हैं.