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'हमास समर्थकों को देश से निकालेगा जर्मनी?' विरोध-प्रदर्शन की घटनाओं से नाराज गृह मंत्री ने दिया बयान

हमास के खिलाफ युद्ध में जर्मनी ने इजरायल को समर्थन दिया है. हालांकि, जर्मनी में एक गुट फिलिस्तीनी अधिकारों को लेकर आवाज उठा रहा है. शुक्रवार को जर्मनी की आंतरिक मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, जहां तक संभव हो... हमास समर्थकों को देश से निकाल देना चाहिए. उन्होंने संघीय आपराधिक पुलिस कार्यालय में अफसरों के साथ बातचीत की और विरोध-प्रदर्शनों पर नाराजगी जताई.

जर्मनी की आंतरिक मंत्री नैन्सी फेसर. (PHOTO- REUTERS) जर्मनी की आंतरिक मंत्री नैन्सी फेसर. (PHOTO- REUTERS)
aajtak.in
  • बर्लिन,
  • 21 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 4:59 AM IST

इजरायल और हमास के बीच 14 दिन से युद्ध चल रहा है. इस युद्ध के बाद दुनिया दो हिस्सों में बंट गई है. कई देशों में अलग-अलग राय देखने को मिल रही है. कोई फिलिस्तीन के नागरिक हितों की बात कर रहा है तो कोई इजरायल में हमास की बर्बरता नहीं भूल पा रहा है. इस बीच, इजरायल के समर्थक जर्मनी ने अपने देश में हमास समर्थकों पर सख्ती बरतने का मूड़ बना लिया है. जर्मनी की गृह मंत्री ने हमास समर्थकों को देश छोड़ने की अपील की है.

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बता दें कि हमास के लड़ाकों के खिलाफ युद्ध में जर्मनी ने इजरायल का खुलकर समर्थन किया है. इस युद्ध की शुरुआत में जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज इजरायल की राजधानी तेल अवीव पहुंचे थे और पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की थी. स्कोल्ज ने नेतन्याहू से वादा किया था कि वो युद्ध में कंधा से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा. इस जंग में दुनिया दो हिस्सों में बंट गई है. एक तरफ पश्चिमी देश हैं, जो इजरायल के साथ खड़े हैं. दूसरी तरफ अरब और मुस्लिम देश फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं.

'हमास समर्थकों पर सख्ती बरतेगा जर्मनी'

इस घटनाक्रम के बाद कई देशों के अंदर भी विरोध-प्रदर्शन होने लगे हैं. जर्मनी में फिलिस्तीन के समर्थन में आवाजें उठाई जा रही हैं. इस बीच, शुक्रवार को जर्मनी की गृह मंत्री नैन्सी फेसर का बयान आया. समाचार एजेंसी Reuters के मुताबिक, नैन्सी फेसर ने कहा, अधिकारी संभावित इस्लामी हमलावरों पर कड़ी नजर रखेंगे. जहां तक संभव हो... हमें हमास समर्थकों को देश से निकाल देना चाहिए. इससे पहले उन्होंने संघीय आपराधिक पुलिस कार्यालय में अधिकारियों के साथ बातचीत की. उसके बाद मीडिया से बातचीत की. फेसर ने देश में हमास समर्थकों पर सख्ती बरतने का ऐलान कर दिया है. 

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'ब्रुसेल्स की घटना याद दिलाई और एक्शन लेने को चेताया'

उन्होंने कहा, अगर हम हमास समर्थकों को निर्वासित (बलपूर्वक से देश से बाहर निकालना) करने में सक्षम हैं तो हमें यह करना होगा. उन्होंने कहा कि अधिकारी इजरायल पर फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह के हमले के बाद संभावित खतरों पर कड़ी नजर रखेंगे. फेसर ने हाल ही में ब्रुसेल्स में हुए हमले की ओर इशारा किया और कहा, हमारे सुरक्षा अधिकारियों ने वर्तमान में इस्लामवादी परिदृश्य पर और भी ज्यादा ध्यान केंद्रित किया है.

'देश में हिंसा नहीं फैलने देंगे'

फेसर ने नागरिकों से हमास का समर्थन करने वाले किसी भी प्रचार के बारे में अधिकारियों को सूचित करने की अपील की. उन्होंने कहा, हम इस वीभत्स नफरत और भयानक हिंसा को फैलने नहीं देंगे.

'जर्मनी में विरोध-प्रदर्शन की घटनाओं ने बढ़ाई टेंशन'

बता दें कि जर्मनी में यहूदी विरोधी भावना को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं. फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बर्लिन समेत अन्य शहरों में झड़पों की घटनाएं सामने आई हैं. विशेष रूप से बर्लिन के एक धार्मिक स्थान पर पेट्रोल बम से हमले का प्रयास किया गया है. साथ ही जर्मनी के बड़े फिलिस्तीनी समुदाय के सदस्यों ने कहा है कि उनकी आवाजें दबाई जा रही हैं.

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हमास का बचाव करने वाली महिला के घर तलाशी

बताते चलें कि सुरक्षा एजेंसी ने शुक्रवार को म्यूनिख में उस महिला (38 साल) के घर जाकर तलाशी ली, जिसने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया था और हमास के हमले का बचाव किया था. 

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