Advertisement

रूस को लेकर अमेरिका की नहीं सुन रहा जर्मनी, ठुकराई ये मांग

यूक्रेन लंबे समय से जर्मनी से मांग कर रहा है कि वो अपनी लंबी दूरी की मिसाइलें उसे दे. अब अमेरिका भी यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल देने जा रहा है. जर्मनी पर भी इसका दबाव है लेकिन जर्मन चांसलर ने इस दबाव पर बड़ी बात कर दी है.

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने अमेरिकी दबाव में आने से इनकार कर दिया है (Photo- Reuters) जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने अमेरिकी दबाव में आने से इनकार कर दिया है (Photo- Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:04 PM IST

2 महीने में सत्ता से जाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में घोषणा की कि उनका देश यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल देगा जिससे वो रूस के अंदर दूर तक हमला कर सके. अमेरिकी प्रशासन खुद तो रूस के खिलाफ यूक्रेन को ऐसी मिसाइल दे ही रहा है, साथ ही अपने सहयोगियों पर भी ऐसा करने का दबाव बना रहा है. लेकिन जर्मनी ने अमेरिकी दबाव में आने से इनकार कर दिया है. जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने सोमवार को कहा है कि उनका देश यूक्रेन को लंबी दूरी की Taurus क्रूज मिसाइल नहीं देने जा रहा.

Advertisement

यूक्रेन बहुत समय से जर्मनी से Taurus मिसाइल्स की मांग कर रहा है ताकि वो रूस के अंदर लंबी दूरी तक हमला कर सके. Taurus मिसाइल्स 500 किलोमीटर की दूरी तक जा सकते हैं जिन्हें एक फाइटर जेट के जरिए लॉन्च किया जाता है.  

यूक्रेन की इस मांग के बीच जर्मनी पर बाइडेन प्रशासन का दबाव भी बढ़ा है, बावजूद इसके जर्मनी अपनी मिसाइल यूक्रेन को देने के लिए तैयार नहीं है. जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने ब्राजील में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर कहा, 'मैंने बेहद विस्तार से बता दिया है कि क्यों यूक्रेन को Taurus क्रूज मिसाइल देना सही नहीं है.' 

यूक्रेन को अपनी लंबी दूरी की मिसाइल क्यों नहीं देना चाहता जर्मनी?

शोल्ज ने कहा कि रूस के युद्ध के 'आक्रमण' के खिलाफ यूक्रेन का समर्थन करना जरूरी है, साथ ही 'विवेकपूर्ण' तरीके से काम करना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि मिसाइलों का इस्तेमाल तभी किया जा सकता है जब इस बात की जिम्मेदारी साझा की जाए कि उसका लक्ष्य क्या है. उन्होंने पहले भी कहा था कि अगर जर्मनी अपनी क्रूज मिसाइल यूक्रेन को देने के लिए तैयार हो जाता है तो इससे उसके सीधे युद्ध में शामिल होने का खतरा पैदा हो सकता है.

Advertisement

ब्राजील के रियो डी जेनेरियो शहर में शोल्ज ने कहा, 'यह कुछ ऐसा है जिसकी मैं जिम्मेदारी नहीं ले सकता. हमारी साफ समझ है कि अब तक हमने जो शक्तिशाली हथियार, लंबी दूरी की तोपें, रॉकेट लांचर दिए हैं, उनका इस्तेमाल रूस के अंदरूनी इलाकों तक पहुंचने के लिए नहीं किया जा सकता.'

जर्मन चांसलर के इस रुख पर ब्रिटेन के पूर्व रक्षा मंत्री बेन वालेस का एक बयान सामने आया है जिसमें वो शोल्ज से आग्रह कर रहे हैं कि वो यूक्रेन को Taurus मिसाइल देने पर पुनर्विचार करें.  बेन वालेस ने ब्रिटेन के टाइम्स रेडियो से बात करते हुए कहा, 'अब उन्हें (शोल्ज को) Taurus के इस्तेमाल के प्रति अपने जिद्दी विरोध पर पुनर्विचार करना चाहिए. यह उन्हें फ्रांसीसी और ब्रिटिश लोगों की तुलना में अजीब बनाता है. जर्मन नेता इस बात को नहीं समझ रहे कि इसका इलाज यही है.'

यूक्रेन को 4,000 एआई गाइडेड ड्रोन दे रहा जर्मनी

जर्मनी रूसी युद्ध के खिलाफ यूक्रेन को सैन्य मदद देने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश रहा है और सोमवार को ही जर्मनी ने कहा कि यूक्रेन को 4,000 एआई-निर्देशित ड्रोन दिए जाएंगे.

जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने जर्मनी के राज्य बवेरिया (Bavaria) में एक कार्यक्रम में प्रेस से बात करते हुए कहा कि यूक्रेन को दिए जा रहे जर्मनी के ड्रोन दुश्मन के इलेक्ट्रॉनिक ड्रोन डिफेंस को नष्ट कर सकते हैं.

Advertisement

पिस्टोरियस ने कहा कि ये ड्रोन अपने टार्गेट तक बहुत जल्दी पहुंच सकते हैं और उन्हें फ्रंट लाइन से 30-40 किलोमीटर पीछे तैनात किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जर्मन ड्रोनों का इस्तेमाल कर युद्ध चौकियों, रसद केंद्रों और बाकी टार्गेट पर हमला किया जा सकता है.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement