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गुजरात ATS को मिली बड़ी कामयाबी, महाराष्ट्र से 800 करोड़ का MD ड्रग किया जब्त, दो अरेस्ट

दोनों आरोपियों से लोकल ड्रग्स पैडलर्स के संपर्क में होने की जानकारी गुजरात एटीएस को प्राप्त हुई है, लेकिन दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर यह जानकारी एकत्र की जा रही है कि उन्होंने कहां इसकी सप्लाई की है. गैरकानूनी तरीके से मेफेड्रोन (एमडी) बनाने के लिए इन्हें आर्थिक सहायता कौन कर रहा था, इसका भी पता लगाया जा रहा है.

एमडी ड्रग के साथ दो अरेस्ट एमडी ड्रग के साथ दो अरेस्ट
अतुल तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 07 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 5:17 PM IST

गुजरात ATS ने महाराष्ट्र के भिवंडी स्थित नदी नाका के एक फ्लैट में रेड करके 10.9 किलोग्राम सेमी लिक्विड मेफेड्रोन (एमडी) और बैरल में भरा 782.2 किलोग्राम लिक्विड मेफेड्रोन (एमडी) जब्त किया है. इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 800 करोड़ रुपए आंकी गई है. इस ड्रग्स को बनाने के लिए रखे गए ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क और हीटर भी जब्त किया गया है और दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.

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मुंबई के डोंगरी में रहने वाले मोहम्मद यूनुस और मोहम्मद आदिल को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया है. गैरकानूनी तरीके से मेफेड्रोन बनाने के लिए दोनों आरोपियों ने पिछले 9 महीने से महाराष्ट्र के भिवंडी स्थित एक फ्लैट में मकान रेंट पर लिया था. मेफेड्रोन (एमडी) बनाने के लिए रॉ मटेरियल समेत अन्य सामान को एकत्र करके केमिकल प्रोसेसिंग शुरू किया था.

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दुबई से करता था स्मगलिंग का काम

गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी मोहम्मद यूनुस दुबई से गोल्ड और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स की स्मगलिंग का काम भी करता था. जब वह दुबई गया तब उसकी मुलाकात दुबई में एक शख्स से हुई. इस अजनबी शख्स के साथ मिलकर मोहम्मद यूनुस और मोहम्मद आदिल ने गैरकानूनी तरीके से मेफेड्रोन (एमडी) बनाकर उसे बेचकर आर्थिक फायदा हासिल करने का प्लान बनाया था.

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दुबई वाले शख्स की जानकारी नहीं दे रहे आरोपी

कई बार मेफेड्रोन के सैंपल फेल भी हुए थे. दोनों आरोपी पूछताछ में दुबई के शख्स की कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं, जिसकी जांच जारी है. इन दोनों को सहयोग करने वाले एक और सादिक नाम के शख्स की भूमिका भी सामने आई है, जिसके बारे में जांच जारी है. 18 जुलाई के दिन गुजरात एटीएस ने सूरत के पलसाना स्थित कारेली गांव से मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बनाने वाली फैक्ट्री को पकड़ा था.

सुनील यादव को पहले किया गया अरेस्ट

तीन आरोपियों को इस केस में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें से आरोपी सुनील यादव की पूछताछ करने पर मोहम्मद यूनुस और मोहम्मद आदिल का भी नाम सामने आया था. इन दोनों आरोपियों की छानबीन करने के दौरान जानकारी मिली थी कि, मोहम्मद यूनुस और मोहम्मद आदिल महाराष्ट्र के भिवंडी में ड्रग्स बनाकर सप्लाई करते हैं, जिसके बाद गुजरात एटीएस ने टीम रवाना करके रेड कर दोनों को 800 करोड़ रुपए के ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया.

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