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PAK सरकार में मंत्री बोले- हाफिज के खिलाफ ठोस सबूत नहीं, सिर्फ शक के आधार पर कार्रवाई

उन्होंने कहा कि हमारे पास हाफिज़ और उनके संगठन के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है. पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि अमेरिका भारत के कहने पर पाकिस्तान के ऊपर दबाव बना रहा है, पाकिस्तान एक खुली किताब की तरह है.

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मोहित ग्रोवर
  • इस्लामाबाद,
  • 18 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 10:46 AM IST

मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद के आगे पाकिस्तानी हुकूमत एक बार फिर नतमस्तक दिखाई पड़ रही है. पाकिस्तानी सरकार में मंत्री राणा मुहम्मद अफजल ने एक टीवी इंटरव्यू में बताया कि हाफिज़ सईद के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं हैं. हाफिज़ के खिलाफ जो भी एक्शन किया जा रहा है, वह सिर्फ शक के आधार पर कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि हमारे पास हाफिज़ और उनके संगठन के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है. पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि अमेरिका भारत के कहने पर पाकिस्तान के ऊपर दबाव बना रहा है, पाकिस्तान एक खुली किताब की तरह है. आपको बता दें कि इससे पहले भी कई बार पाकिस्तान सरकार के कई नेता इस तरह की बात कर चुके हैं. हाल ही में पाकिस्तानी पीएम ने हाफिज़ को साहेब बताया था.

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10 करोड़ डॉलर का इनाम

आज हाफिज सईद दुनिया का नंबर वन ज़िंदा आतंकवादी है. हाफिज सईद 10 करोड़ डॉलर का इनामी आतंकवादी है. हाफिज सईद 26/11 मुंबई अटैक का मास्टरमाइंड है. हाफिज सईद दुनियाभर में आतंकवादियों का देवता माना जाता है. वो युवाओं के दिमाग में जहरीले विचार बोकर अपना उल्लू सीधा करता है. हर वक्त भारत के खिलाफ साजिशें रचता है.

गौरतलब है कि अमेरिका और भारत के दबाव में आकर पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ कड़े एक्शन लेने को मजबूर हो गया है. पाकिस्तान ने एक फैसला किया है जिससे मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज़ सईद की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने एक ऐसे अध्यादेश पर हस्ताक्षर किए हैं जिसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा प्रतिबंधित व्यक्तियों और लश्कर-ए-तैयबा, अल-कायदा तथा तालिबान जैसे संगठनों पर लगाम लगाना है. जिसके बाद उसके अस्पतालों और कई जगह पर छापे लगे थे.

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