
Hajj 2024: इस्लाम के दो सबसे पवित्र शहरों मक्का और मदीना के घर सऊदी अरब ने हज 2024 की तैयारियां शुरू कर दी है. सऊदी अरब ने हज के लिए ऑनलाइन नामांकन खोल दिया है. हालांकि, यह नामांकन फिलहाल कुछ देशों के लिए ही खुला है. अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के मुसलमान ही हज के लिए ऑनलाइन नामांकन भर सकते हैं.
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्रालय ने कहा है कि जो लोग अगले साल हज के लिए जाना चाहते हैं वो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म Nusuk के जरिए रेजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
Nusuk हज प्लेटफॉर्म को हज और उमराह मंत्रालय ने साल 2022 में लॉन्च किया था. इसका उद्देश्य हज यात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाना है.
सऊदी अरब ने फिलहाल भारत और बाकी एशियाई देशों के मुसलमानों के लिए रेजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू नहीं की है. हज 2024 के लिए 1 मार्च से वीजा मिलना शुरू हो जाएगा और 24 अप्रैल तक वीजा के लिए आवेदन किया जा सकता है.
इस्लाम में इन मुसलमानों के लिए हज यात्रा है जरूरी
मक्का में जाकर हज करना इस्लाम में सबसे पवित्र माना गया है. हज को इस्लाम के पांच पवित्र स्तंभों में से एक माना गया है. हज करना इस्लाम धर्म मानने वालों का धार्मिक कर्तव्य माना जाता है. इस्लाम में आर्थिक और शारीरिक रूप से सक्षम मुसलमान के लिए हज करना अनिवार्य माना जाता है. मान्यता है कि हज करने से पाप धुल जाते हैं और अल्लाह आपकी प्रार्थना सुनते हैं.
महिलाओं के हज जाने को लेकर सऊदी सरकार की नीतियों में नरमी
सऊदी अरब पहले रूढ़िवादी इस्लामिक नीतियों पर चलता था लेकिन मोहम्मद बिन सलमान के आने के बाद से ही सऊदी उदार इस्लाम की राह पर है. सऊदी अरब के वास्तविक शासक मोहम्मद बिन सलमान ने महिलाओं को लेकर कई बड़े सुधार किए हैं. इसी के तहत महिलाओं को अकेले हज पर जाने की इजाजत भी दी गई है. पहले महिलाएं बिना किसी पुरुष साथी (महरम) के हज पर नहीं जा सकती थीं लेकिन अब सऊदी अरब ने महिलाओं को हज पर अकेले जाने की इजाजत दे दी है.
हज के लिए हर साल दुनिया भर से लाखों मुसलमान सऊदी अरब पहुंचते हैं. साल 2023 में हज के लिए 18 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे. कोविड के बाद हाजियों की यह सबसे अधिक संख्या थी.