
इजरायल हमास युद्ध को एक साल हो गया है. युद्ध की बरसी के एक दिन पहले इजरायली डिफेंस फोर्स ने रविवार को उत्तरी गाजा से दक्षिणी इजरायल में रॉकेट दागे गए, जिन्हें इजरायली सेना ने हवा में ही मार गिराया.
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने कहा कि रविवार को उत्तरी गाजा से दक्षिणी इजरायल में रॉकेट दागे, जिससे हमास के 7 अक्टूबर के हमले की पहली बरसी से एक दिन पहले ही तनाव बढ़ गया.
खुले इलाके में गिराए प्रोजेक्टाइल: IDF
इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, "उत्तरी गाजा पट्टी से इजरायली इलाके में एंट्री करने वाले कई प्रोजेक्टाइल की पहचान की गई. एक प्रोजेक्टाइल को रोक दिया गया और बाकी खुले इलाकों में गिर गए."
जैसा कि इजरायल पिछले साल हमास आतंकवादियों द्वारा किए गए अभूतपूर्व हमले की बरसी की तैयारी कर रहा है, उसकी सेना हाई अलर्ट पर है.
फिलिस्तनी के समर्थन में लोगों का प्रदर्शन
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल और हमास के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया, क्योंकि रविवार को दुनिया भर के हजारों लोग गाजा में नरसंहार को रोकने की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए. लगभग 40,000 फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने गाजा में हिंसा को रोक करने की मांग करते हुए दिन में सेंट्रल लंदन में मार्च किया. इसी तरह पेरिस, रोम, मनीला, केप टाउन और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में लोगों ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन हुए.
वहीं, वाशिंगटन में प्रदर्शनकारी गाजा और लेबनान में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों के लिए अमेरिकी समर्थन पर अपना विरोध व्यक्त करने के लिए व्हाइट हाउस के पास इकट्ठे हुए. इस बीच न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में प्रदर्शनकारियों ने इजरायल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध की मांग की और नारेबाजी करते हुए कहा, "गाजा, लेबनान, तुम उठोगे; लोग तुम्हारे साथ हैं."
आपको बता दें कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल में हमला कर दिया था. इस हमले में लगभग 1,200 इजरायली मौत हो गई थी, जबकि लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने गाजा में एक भीषण सैन्य ऑपरेशन चलाया, जिसके कारण लगभग 42,000 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. इजरायल और हमास के बीज संघर्ष ने 23 लाख की आबादी वाले इस इलाके की लगभग पूरी आबादी को विस्थापित कर दिया है, जिससे भुखमरी का संकट खड़े कर दिए हैं.