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'मुस्लिम लड़ाकों का सामना नहीं कर सकता इजरायल', जंग के बीच ईरान की चुनौती, तुर्की का भी आया बयान

तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन ने कहा कि हमास एक आतंकवादी संगठन नहीं, बल्कि एक मुक्ति समूह है जो अपनी ज़मीन की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहा है. एर्दोगन ने कहा कि हमास देशभक्त संगठन है. इसके साथ ही उन्होंने उन पश्चिमी देशों की भी आलोचना की, जिन्होंने हमास के खिलाफ इजरायल की जवाबी कार्रवाई का समर्थन किया है.

हमास से जंग के बीच ईरान ने इजरायल को खुली धमकी दी है हमास से जंग के बीच ईरान ने इजरायल को खुली धमकी दी है
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 7:47 PM IST

इजरायल इन दिनों टू वॉर फ्रंट पर जंग लड़ रहा है, एक ओर हमास है तो दूसरी ओर लेबनान का आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह. उधर ईरान भी इजरायल की ओर आंखें तरेर रहा है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि नेतन्याहू की सरकार असहाय फ़िलिस्तीनी लोगों, बच्चों और महिलाओं से बदला ले रही है, क्योंकि वह मुस्लिम लड़ाकों का मुकाबला करने में असमर्थ है और भविष्य में भी वह मुस्लिम लड़ाकों से टक्कर नहीं ले सकेगी. खामेनेई ने कहा कि गाजा के बच्चों के खून से अमेरिका के हाथ सने हुए हैं. 

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वहीं, तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन ने कहा कि हमास एक आतंकवादी संगठन नहीं, बल्कि एक मुक्ति समूह है जो अपनी ज़मीन की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहा है. एर्दोगन ने कहा कि हमास देशभक्त संगठन है. जो अपने क्षेत्रों और लोगों की रक्षा करता है. देश की संसद में अपनी पार्टी के सांसदों को संबोधित करते एर्दोगन ने कहा कि वे योद्धा (मुजाहिद) हैं, हम इज़राइल के ऋणी नहीं हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं इज़राइल नहीं जाऊंगा.

'अपनी जमीन और लोगों के लिए लड़ रहा हमास'

तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने इजरायली और फिलिस्तीनी बलों के बीच तत्काल युद्धविराम का भी आह्वान किया और कहा कि मुस्लिम देशों को क्षेत्र में स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमास एक आतंकवादी संगठन नहीं है, यह एक मुक्ति समूह, मुजाहिदीन है जो अपनी भूमि और लोगों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहा है.

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हमास की बड़ाई पर इटली ने लगाई तुर्की को फटकार

एर्दोगन ने उन पश्चिमी शक्तियों की भी आलोचना की, जिन्होंने हमास के खिलाफ इजरायल की जवाबी कार्रवाई के लिए समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि इजरायल के लिए बहाए गए पश्चिमी आंसू धोखाधड़ी से बढ़कर कुछ नहीं हैं. तुर्की ने दक्षिणी इज़राइल में हमास के 7 अक्टूबर के नरसंहार से हुई नागरिकों की मौत की निंदा की है. तुर्की के कई नाटो सहयोगी हमास को एक आतंकवादी समूह मानते हैं. एर्दोगन की टिप्पणियों पर इटली के उप प्रधानमंत्री माटेओ साल्विनी ने कड़ी फटकार लगाई. 

इजरायल हमला बंद कर दे तो छोड़ देंगे बंधकः हमास

वहीं, येरूशलम पोस्ट के मुताबिक हमास के वरिष्ठ नेता खालिद मेशाल ने  कहा कि अगर इजराइल गाजा पट्टी में आतंकवादी समूह से जुड़े ठिकानों पर हमला करना बंद कर दे तो 7 अक्टूबर को पकड़े गए हमास के नागरिकों को मुक्त कर दिया जाएगा. मेशाल ने स्काई न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में हमास द्वारा पकड़े गए नागरिकों को "बंधक" कहने से इनकार कर दिया और दावा किया कि इजरायल ने गाजा पर हवाई हमलों में पकड़े गए लोगों में से कम से कम 22 को मार डाला. उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों में से कई इजरायली थे.

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हमास ने दिया ये ऑफर


हमास के नेता मेशाल ने कहा कि नेतन्याहू अपनी सुरक्षा को लेकर बात करते हैं और यूरोपीय और अमेरिकी भी अपनी सिक्योरिटी को लेकर बात करते हैं तो फिर उन्हें इजरायल को नरसंहार और हर दिन होने वाले वॉर क्राइम को रोकने के लिए कहना चाहिए. साथ ही कहा कि अगर वह हमले रुकवा देंगे तो हो सकता है कि कतर और मिस्र और कुछ अरब देशों जैसे मध्यस्थों से बाचतीच के बाद हम बंधकों को उनके घरों में भेज दें.

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