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12 केस, इंटरपोल नोटिस और पाकिस्तानी आतंकियों से कनेक्शन... निज्जर की क्राइम कुंडली जिसके लिए भारत से पंगा ले रहे ट्रूडो

हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड के बाद सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स की संलिप्तता के आरोप लगाए. भारत ने ट्रूडो के आरोपों को 'बेतुका' और 'प्रेरित' बताकर खारिज कर दिया. लेकिन यहां से भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव आ गया.

निज्जर के लिए भारत से ट्रूडो का पंगा (फाइल फोटो) निज्जर के लिए भारत से ट्रूडो का पंगा (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 11:42 AM IST

भारत और कनाडा के संबंध हाल के वर्षों में सबसे ज्यादा तीखे हो चुके हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि वह कनाडा से अपने डिप्लोमेट्स को वापस बुलाएगा. मंत्रालय ने कनाडाई डिप्लोमेट्स को तलब किया था. भारत और कनाडा के रिश्तों में यह कड़वाहट की कहानी खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद शुरू होती है. भारत ने हरदीप सिंह निज्जर को आतंकवादी घोषित कर रखा था. 18 जून 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई. 

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हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड के बाद सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स की संलिप्तता के आरोप लगाए. भारत ने ट्रूडो के आरोपों को 'बेतुका' और 'प्रेरित' बताकर खारिज कर दिया. लेकिन यहां से भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव आ गया.

हरदीप सिंह निज्जर कौन था? 

निज्जर, कनाडा के पश्चिमी इलाके में स्थित प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया के सबसे बड़े शहर वैंकूवर से करीब 30 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में सरे (Surrey) शहर में रहता था. वह 1997 में पंजाब से कनाडा चला गया था, शुरुआत में वहां प्लंबर के तौर पर काम किया. निज्जर ने कनाडा में ही शादी भी की, उसके दो बेटे भी हैं. वह 2020 से सरे गुरुद्वारा निकाय का चीफ था. निज्जर, पंजाब के जालंधर जिले के फिल्लौर उपखंड के भार सिंह पुरा गांव का रहने वाला था. उसके माता-पिता कोविड-19 लॉकडाउन से पहले गांव आए थे.

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निज्जर का KTF से क्या संबंध था?

भारत सरकार के मुताबिक, KTF (खालिस्तान टाइगर फोर्स) के नेता के रूप में, निज्जर संगठन के संचालन, नेटवर्किंग और इसके सदस्यों की ट्रेनिंग और फाइनेंसिंग में सक्रिय रूप से शामिल था. फरवरी 2023 में, भारत के गृह मंत्रालय ने खालिस्तान टाइगर फोर्स (अन्य के साथ) को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत एक आतंकवादी संगठन के रूप में लिस्ट किया. गृह मंत्रालय ने KTF के बारे में कहा, "यह एक उग्रवादी संगठन है और इसका उद्देश्य पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करना और भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देना है और पंजाब में लक्षित हत्याओं सहित आतंकवादी कृत्यों को बढ़ावा देना है."

यह भी पढ़ें: निज्जर विवाद, झूठी बयानबाजी और राजदूतों की सुरक्षा... कनाडा से कैसे तल्ख होते चले गए भारत के रिश्ते

निज्जर ने कथित तौर पर जगतार सिंह से मिलने के लिए 2013-14 में पाकिस्तान का दौरा किया था, जो मौजूदा वक्त में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में शामिल होने के लिए भारत में उम्रकैद की सजा काट रहा है. तार, 2004 में जेल से भाग गया था, लेकिन 2015 में थाईलैंड में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया और भारत लाया गया. निज्जर का दल खालसा के नेता गजिंदर सिंह से भी दोस्ताना संबंध था, जो 1981 में इंडियन एयरलाइंस के विमान के अपहरणकर्ताओं में से एक था. गजिंदर सिंह फिलहाल पाकिस्तान में है. सूत्रों के मुताबिक, हरदीप सिंह निज्जर ने पाकिस्तान में जगतार सिंह से IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी.

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निज्जर पर क्या आरोप थे?

भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने निज्जर पर 10 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया था. NIA ने 2021 में जालंधर में एक हिंदू पुजारी पर हमले के सिलसिले में उसकी गिरफ्तारी की सूचना देने पर 10 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया था. जांच के दौरान, यह पाया गया कि निज्जर ने भड़काऊ बयान दिए थे, आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट किया था और नफरती भाषणों के जरिए "विद्रोही आरोप फैलाने" के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तस्वीरें और वीडियो साझा किए थे.

NIA के एक डॉक्यूमेंट में कहा गया है, "इकट्ठा किए गए सबूत इस बात की पुष्टि करते हैं कि वह देशद्रोह और विद्रोही आरोपों को बढ़ावा देने और भारत में विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने की कोशिश में शामिल है." 

निज्जर का नाम उस वॉन्टेड लिस्ट में भी था, जिसे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2018 में प्रधानमंत्री ट्रूडो की भारत यात्रा के दौरान उन्हें सौंपा था.

यह भी पढ़ें: कनाडा में पनप रहे खालिस्तानी टेरर पर चुप्पी साधे रहे ट्रूडो, लेकिन निज्जर केस में भारत के खिलाफ बनाई खोखले आरोपों की लिस्ट

निज्जर का नाम NIA द्वारा दिसंबर 2020 में दर्ज की गई FIR में दर्ज किया गया था, जब किसान दिल्ली में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. निज्जर पर गुरपतवंत सिंह पन्नू और परमजीत सिंह पम्मा के साथ मिलकर भय और अराजकता का माहौल बनाने, लोगों में असंतोष पैदा करने और उन्हें भारत सरकार के खिलाफ विद्रोह के लिए उकसाने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था. 

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निज्जर, भारत में प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस से भी जुड़ा था. उसे ऑस्ट्रेलिया में तथाकथित खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए मतदान के दौरान देखा गया था. सिख फॉर जस्टिस के खिलाफ तथाकथित जनमत संग्रह के लिए उनके ऑनलाइन कैंपेन के मामले में 2020 में पंजाब में उसकी संपत्तियां जब्त की गई थीं.

इंटरपोल ने जारी किया था रेड कॉर्नर नोटिस

नवंबर 2014 में निज्जर के खिलाफ ‘इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस’ (RCN) जारी किया गया था. सूत्रों के मुताबिक, निज्जर के खिलाफ भारत में हत्या और अन्य आतंकवादी गतिविधियों के 12 से ज्यादा आपराधिक केस दर्ज थे. 

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