
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के सौतेले भाई की हत्या के मामले में गवाही पहली बार शुरू होने वाली है. हत्या का आरोप वियतनाम की डॉन थी हॉन्ग और इंडोनेशिया की सिति आसिया पर है. इस मामले की सुनवाई काफी समय से रुकी हुई थी.
सोमवार से शुरू हो रहे इस मुकदमे से पहले हॉन्ग के वकीलों में से एक सलीम बशीर ने कहा कि जब मुकदमे की सुनवाई दोबारा शुरू होगी तो वह गवाही देंगी. उन्होंने ये भी कहा कि हॉन्ग की सेहत अच्छी है और वह आत्मविश्वास से भरी हुई हैं और रूख अपनाने को तैयार हैं.
कब हुई थी हत्या
साल 2017 के फरवरी में कुआलालम्पुर हवाई अड्डे पर किम जोंग नेम (किम जोंग उन के भाई) के चेहरे पर वीएक्स नर्व एजेंट जो एक तरह का रसायन पदार्थ है उससे हमला किया गया था. इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाने के दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी. इस हत्या से पूरी दुनिया चौंक गई थी. इस हत्या का आरोप जब हॉन्ग और सिति पर आया तो दोनों ही महिलाओं ने इस आरोप से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि वे एक मज़ाक में हिस्सा ले रही थीं, उत्तर कोरिया के एजेंटों ने उन्हें चालाकी से फंसाया है. जबकी सीसीटीवी में दोनों को किम जोंग नैम पर स्प्रे करते देखा गया था.इस वारदात के बाद पूरी दुनिया सकते में थी क्योंकि इस तरह की हत्याएं शीत युद्ध के जमाने में की जाती थीं. बचाव पक्ष की दलील है कि हत्या को अंजाम देने के लिए महिलाओं को चालाकी से फंसाया गया है.
2 अक्टूबर 2017 से चल रहे इस मुकदमे की सुनवाई मलयेशिया के हाईकोर्ट में हो रही है. इस घटना को बाद से नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के रिश्ते काफी बिगड़ गए थे. यूएस ने भी साउथ कोरिया का समर्थन करते हुए नॉर्थ कोरिया को लताड़ लगाई थी पर नॉर्थ कोरिया अपनी संलिप्तता हमेशा से नकारता रहा है.