ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को लेकर जा रहा हेलिकॉप्टर रविवार को पूर्वी अजरबैजान में हादसे का शिकार हो गया है. इस 'हार्ड लैंडिंग' के बाद रेस्क्यू टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है. सर्च टीम ने हेलिकॉप्टर को ढूंढ लिया है.
बता दें कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को ले जा रहा ये हेलिकॉप्टर उत्तर-पश्चिमी ईरान के जोल्फा में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रईसी के अलावा इस हेलिकॉप्टर में विदेश मंत्री होसैन अमीराबदोल्लाहियान भी सवार थे.
हादसे के बाद ही 40 अलग-अलग बचाव दल पहाड़ी इलाके में भेजे गए. खराब मौसम के कारण इस क्षेत्र में सिर्फ जमीनी टीमें ही पहुंच पाई हैं. यहां हेलिकॉप्टर से पहुंच पाना संभव नहीं है. इलाके में पक्की सड़कें ना होने और बारिश के कारण जमीन कीचड़ से सन गई है.
ईरान के रेड क्रिसेंट अधिकारी के मुताबिक राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर को ढूंढने की कोशिशें जारी हैं. हालांकि, खराब मौसम के कारण रेस्क्यू टीम को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हादसे वाले इलाके में बारिश हो रही है, जिसके कारण वहां ठंड भी काफी बढ़ गई है.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खुमैनी ने अपना बयान जारी किया है. भीड़ के सामने बोलते हुए खुमैनी ने कहा,'उम्मीद है कि खुदा हमारे प्रिय राष्ट्रपति और उनके साथियों को अच्छे स्वास्थ्य के साथ देश में वापस भेजेंगे. हमें उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करनी चाहिए. ईरान के लोग निश्चिंत रहें कि देश के काम में कोई व्यवधान नहीं आएगा. अधिकारी पूरी मजबूती से अपने काम में जुटे हुए हैं.'
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार होने के बाद तुर्की भी मदद के लिए आगे आया है. तुर्की ने नाइट विजन सर्च हेलिकॉप्टर ईरान के लिए रवाना कर दिया है. इसके साथ ही ईरान ने रेस्क्यू टीम के 32 बचावकर्मी और 6 गाड़ियां भी भेजी हैं.
कतर का कहना है कि वह ईरानी राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ईरान को 'हर तरह की सहायता' देने के लिए तैयार है. कतर के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर यह बात कही है. वहीं, ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ईरान के राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर में सवार दो यात्रियों से संपर्क हो गया है.
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खुमैनी का कहना है कि ईरान के लोगों को चिंता की जरूरत नहीं है. ईरान के किसी भी तरह के मसलों पर फिलहाल कोई व्यवधान नहीं आएगा. बता दें कि अयातुल्ला खुमैनी ईरान के सर्वोच्च लीडर हैं. उन्होंने 1979 में ईरान के शाह को सत्ता से बेदखल कर इस्लामिक क्रांति कर दी थी. इसके बाद से खुमैनी ईरान के सर्वोच्च नेता हैं.
इस काफिले में 3 हेलिकॉप्टर थे, जिनमें से 2 पर मंत्री और अधिकारी सवार थे और वे सुरक्षित अपने गंतव्य पर पहुंच गए. सरकारी ईरानी समाचार एजेंसी ने बताया कि ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियान, ईरान के पूर्वी अज़रबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी और अंगरक्षक, हेलिकॉप्टर में रईसी के साथ यात्रा कर रहे थे. प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि खराब मौसम की स्थिति के कारण ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी की बचाव टीमों के लिए घटना स्थल तक पहुंचना मुश्किल हो गया है. ड्रोन इकाइयाँ भी आपातकालीन ऑपरेशन में सहायता कर रही हैं.
ईरानी न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नई बचाव टीमें और कुछ पर्वतारोही रेस्क्यू अभियान में शामिल हो गए हैं. रिपोर्ट में बताया गया, 'मौसम बेहद ठंडा है; खराब मौसम के कारण हवाई खोज और हेलिकॉप्टर उड़ानें संभव नहीं हैं, और बचाव कार्य में मुश्किल आ रही है. यह घटना कथित तौर पर क्षेत्र में घने कोहरे के कारण हुई.'
रॉयटर्स ने अधिकारी के हवाले से कहा,'हम अभी भी आशान्वित हैं, लेकिन दुर्घटनास्थल से आ रही जानकारी बहुत चिंताजनक है. पहले यह बताया गया था कि हेलिकॉप्टर ने 'हार्ड लैंडिंग' की थी, लेकिन समाचार एजेंसी आईआरएनए ने अब रिपोर्ट दी है कि हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. इसके बारे में चोटों या क्षति के बारे में अभी तक कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है.
ईरान के राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर की हार्ड लैंडिग हुई है. इसकी पुष्टि आंतरिक मंत्री अहमद वाहिदी ने की है. रईसी ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा पर थे. यह घटना ईरान की राजधानी तेहरान से लगभग 600 किलोमीटर (375 मील) उत्तर-पश्चिम में जोल्फा शहर के पास हुई. सामने आया है कि कथित तौर पर तीन हेलिकॉप्टर काफिले में थे. हालांकि दो हेलिकॉप्टर लौट आए हैं.