
इजरायल पिछले 28 दिन से हमास के साथ ही हिज्बुल्ला से भी जंग लड़ रहा है. इसी बीच हिज्बुल्ला चीफ नसरल्लाह ने कहा कि मस्जिद अल-अक्सा को लेकर पिछले कुछ समय से समस्या हो रही है. गाजा को पिछले 20 साल से घेरकर रखा है, गाजा में 20 मिलियन लोग मुश्किल हालात में जिंदगी गुजार रहे हैं. उनके घरों को तोड़ा जा रहा है, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. लेकिन इसकी चिंता किसी को नहीं है. इस बारे में न UN पूछता है, न ही OIC, अरब लीग और यूरोपीय यूनियन को इसकी चिंता है. फिलिस्तीन में जो चल रहा है, सब भुलाया जा चुका है. दूसरी ओर दुश्मन की पॉलिसी लगातार बढ़ती जा रही है, वह रोज जुल्म बढ़ा रहे हैं.
नसरल्लाह ने कहा कि इस जंग में जो देश हमारे साथ खड़ें हैं, मैं उनका शुक्रिया करता हूं. उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि फिलिस्तीनी लोग 75 साल से ज्यादा समय से परेशानी का सामना कर रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों ये परेशानी काफी बढ़ गई है. इजराजल का क्रूर शासन फिलिस्तीन पर लगातार हमले कर रहा है. बहुत सारे फिलिस्तीनियों को कैद किया गया है, जो इजरायल की जेलों में कैद हैं.
हिज्बुल्ला चीफ ने कहा कि हमारा मसकद बात करना है. इस जंग में मारे गए लोगों के बारे में हम बात करेंगे. उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों पर अत्याचार हुआ है. फिलिस्तीन के लोगों पर अत्याचार हो रहा है. उन्होंने कहा कि आज मैं अपना स्टैंड क्लियर करूंगा और जिम्मेदारियों को लेकर बात करूंगा.
हि्बुल्ला नेता सैय्यद हसन नसरल्ला ने कहा कि हमास द्वारा 7 अक्टूबर को शुरू किया गया ऑपरेशन 100% फिलिस्तीनी था. हिज्बुल्ला नेता ने इजराइल के खिलाफ लड़ाई में हिस्सा लेने के लिए यमन और इराक के समूहों को धन्यवाद दिया. साथ ही इजरायल पर फिलिस्तीनियों के खिलाफ मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया. हिज्बुल्ला चीफ ने कहा कि इजरायल की सबसे बड़ी गलतियों में से एक ऐसे टारगेट सेट करना है, जिन्हें वह हासिल नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि हमें मजबूत और बहादुर इराक और यमन को सलाम करना चाहिए जो अब इस धर्म युद्ध में शामिल हैं.
नसरल्लाह ने हमले की तारीफ करते हुए कहा कि अल-अक्सा मस्जिद ने इज़राइल की कमजोरी को उजागर कर दिया है. उन्होंने 7 अक्टूबर के हमले की तुलना भूकंप से की. नसरल्लाह ने इजराइल का मजाक उड़ाते हुए कहा कि पूरे एक महीने में इजराइल किसी भी बंधक को छुड़ाने या कोई महत्वपूर्ण सैन्य उपलब्धि हासिल करने में विफल रहा है.
नसरल्ला ने दावा किया कि इस युद्ध के लिए अमेरिका जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि ये "सही और गलत" के बीच की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि दुनियाभर के देश इजरायल का समर्थन करने के लिए अपने राष्ट्रपतियों, अपने मंत्रियों, अपने जनरलों, अपने शस्त्रागार, अपने अरबों डॉलर भेज रहे हैं. उन्होंने कहा कि इजरायली सेना मकड़ी के जाल से भी कमजोर है.