
इजरायल और हमास के बीच बंधकों की रिहाई को लेकर डील फाइनल हो गई है. इसके बदले में इजरायल 4 दिन के सीजफायर पर राजी हो गया है. हालांकि, इजरायली सेना ने लेबनान के विद्रोही गुट हिज्बुल्ला पर अपने हमले जारी रखे हैं. ईरान समर्थित हिज्बुल्ला का दावा है कि बुधवार को इजरायली हमले में उसके 5 लड़ाके मारे गए. इनमें हिज्बुल्ला के वरिष्ठ सांसद का बेटा भी शामिल है.
हिज्बुल्ला ने बयान जारी कर बताया कि इजरायली हमले में हिज्बुल्ला के संसदीय गुट के प्रमुख मोहम्मद राद के बेटे अब्बास राद की मौत हो गई. हिज्बुल्ला की ओर से मारे गए चार अन्य लड़ाकों की पहचान और फोटो जारी की हैं. मोहम्मद राद के परिवार से जुड़े एक सदस्य ने बताया अब्बास समेत कई लड़ाकों की दक्षिण लेबनान के बीट याहुन में एक घर पर इजरायली हमले में मौत हो गई.
दरअसल, 7 अक्टूबर से हमास और इजरायल की जंग जारी है. इस जंग में यमन का हूती और लेबनान का हिज्बुल्ला भी इजरायल के खिलाफ हमास का साथ दे रहा है और इजरायली पर लगातार हमला कर रहा है. उधर, इजरायल भी लेबनान में लगातार हिज्बुल्ला के ठिकानों पर बम बरसा रहा है.
इजरायल ने बुधवार को बयान जारी कर कहा, बुधवार की शाम को लेबनान के हमलों के जवाब में इजरायली सेना ने हिज्बुल्ला के ठिकानों को टारगेट किया. इसमें हिज्बुल्ला की टेररिस्ट सेल और तमाम इंफ्रास्ट्रक्चर तबाह हो गए. AFP के मुताबिक, इजरायली हमलों में अब तक 107 लोग मारे गए हैं. इनमें से 14 नागरिक हैं.
हिज्बुल्ला के 79 लड़ाके ढेर
इजरायल से जंग में अब तक हिज्बुल्ला के 79 लड़ाके मारे जा चुके हैं. यह जानकारी हिज्बुल्ला की ओर से बुधवार को दी गई. इसके अलावा सीरिया में भी हिज्बुल्ला के 7 लड़ाके मारे गए हैं. वहीं, हिज्बुल्ला के हमलों में इजरायल के 6 सैनिक और 3 नागरिकों की मौत हुई है.
सीजफायर के ऐलान के कुछ घंटे बाद हुआ हमला
बुधवार को इजरायली सेना ने हिज्बुल्ला पर ये हमला इजराइल-हमास के बीच सीजफायर के ऐलान के कुछ घंटे बाद किया. इससे पहले हिजबुल्ला ने बुधवार को पहले घोषणा की थी कि वह संघर्ष विराम में शामिल होगा, भले ही यह अमेरिका और कतर के माध्यम से इजरायल और हमास के बीच वार्ता का हिस्सा नहीं था.
इसके बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि इजरायल ने उत्तरी सीमा के संबंध में कोई भी प्रतिबद्धता नहीं जताई है, और हिज्बुल्ला का हिसाब उसके द्वारा कही गई किसी भी बात के बजाय उसके कारनामों के हिसाब से किया जाएगा.