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पाकिस्तानी जर्नलिस्ट की मौत की जांच करेगी हाईलेवल कमेटी, शहबाज सरकार ने दिए आदेश

पाकिस्तानी पत्रकार अरशद शरीफ की मौत के बाद इसके कारणों का पता लगाने के लिए सरकार ने तीन सदस्यीय आयोग के गठन के आदेश दिए हैं. अधिसूचना में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय ने अरशद की मौत का पता लगाने के लिए केन्या सरकार के सहयोग का प्रस्ताव रखा है. अरशद शरीफ ARY टीवी के एंकर और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी माने जाते थे.

शहबाज शरीफ (फाइल फोटो) शहबाज शरीफ (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • इस्लामाबाद,
  • 01 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:21 AM IST

पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को पत्रकार अरशद शरीफ की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए तीन सदस्यीय आयोग का गठन कर दिया है. अरशद की केन्या में स्थानीय पुलिस ने रहस्यमय परिस्थितियों में गोली मारकर हत्या कर दी थी. 49 साल के अरशद शरीफ ARY टीवी के एंकर और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी माने जाते थे. 

एक आधिकारिक सूचना के अनुसार आयोग के गठन का फैसला रक्षा मंत्रालय के अनुरोध पर लिया गया है. पाकिस्तान जांच आयोग अधिनियम -2017 के तहत गठित आयोग का नेतृत्व न्यायमूर्ति अब्दुल शकूर पराचा करेंगे. जबकि अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक उस्मान अनवर और खुफिया ब्यूरो (IB) के उप महानिदेशक उमर शाहिद हामिद आयोग के सदस्य हैं.

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अधिसूचना में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय ने अरशद की मौत का पता लगाने के लिए केन्या सरकार के सहयोग का प्रस्ताव रखा है. आयोग 30 दिनों के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट देगा. इस घटना के बाद सशस्त्र बलों के खिलाफ अनावश्यक अफवाह फैलाने और गलत जानकारियां वायरल की गई थीं. 

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने निर्देश दिए थे कि जर्नलिस्ट अरशद शरीफ की हत्या की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया जाए. वहीं सेना के प्रवक्ता ने पिछले हफ्ते एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि सेना ने सरकार से अरशद मौत की आधिकारिक जांच करने का अनुरोध किया था. साथ ही कहा था कि हमने सरकार से उच्च स्तरीय जांच कराने का अनुरोध किया है, ताकि सभी अटकलों पर विराम लग सके.

हत्या की जांच के लिए पिछले सप्ताह अलग से 2 सदस्यीय टीम का गठन किया गया था. इसमें FIA के निदेशक अतहर वाहिद और IB के उमर शाहिद हामिद शामिल है. यह टीम फिलहाल केन्या में है.

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एजेंसी के मुताबिक अरशद पाकिस्तान की सुरक्षा द्वारा देशद्रोह और राज्य विरोधी गतिविधियों को लेकर मुकदमा दर्ज होने के बाद केन्या भाग गए थे. 23 अक्टूबर को केन्या के नैरोबी के पास एक पुलिस चौकी पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिससे देश में कोहराम मच गया था. वहीं केन्याई पुलिस ने बाद में कहा कि यह एक बच्चे के अपहरण के मामले में कार की तलाशी के दौरान "गलत पहचान" की वजह से हुआ था.

इससे पहले इमरान खान ने अरशद की मौत पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अरशद शरीफ की जान को खतरा था और हमने उन्हें जान के खतरे को देखते हुए देश छोड़ने की सलाह दी थी. उन्होंने दावा किया किया अरशद शरीफ को लगातार धमकियां मिल रही थीं जिसे नजरअंदाज करते रहे. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पेशावर में वकीलों के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अरशद शरीफ को शहीद बताया.


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