
शनिवार यानी 7 अक्टूबर 2023 को हमास आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया. 1973 के बाद ऐसा पहली बार हुआ था, जब इस तरह का हमला किया गया है. हमास ने अपने पूरे प्लान को बेहद खुफिया तरीके से बनाया. उसने इजरायल के सामने ये पेश किया कि अब वो जंग लड़ नहीं सकता. इसी बात पर इजरायल ने भरोसा कर लिया.
इजरायल की आंख के सामने गाजा में हमास आतंकियों की ट्रेनिंग कर रहा था. जबकि इजरायल को ये लग रहा था कि वो गाजा के मजदूरों को आर्थिक सहायता देकर हमास की रीढ़ तोड़ रहे हैं. हमास के नजदीकी संबंध रखने वाले तीन सूत्रों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को नाम न छापने की शर्त पर हमास की प्लानिंग के बारे में बताया.
हमास ने इजरायल को यह भरोसा दिलाया कि अब वो लड़ाई के लिए तैयार नहीं है. ये ठीक वैसा ही था, जैसे 50 साल पहले योम किप्पर युद्ध हुआ था. तब मिस्र और सीरिया ने मिलकर इजरायल पर सरप्राइज अटैक कर दिया था. इजरायल की कमर तोड़ दी थी. पिछले कुछ महीनों से हमास लगातार इजरायल के खुफिया तंत्र को बेवकूफ बनाता आ रहा था. जबकि, चुपके से अपनी पूरी तैयारी करता रहा.
इजरायली सेना ने कहा- ये हमारा 9/11 था
जिस दिन हमास ने इजरायल पर हमला किया, उस दिन यहूदियों का त्योहार शबथ था. हमास के आतंकी एकसाथ इजरायली शहरों और कस्बों में घुसे. करीब 700 इजरायली लोगों को मार डाला. दर्जनों लोगों का अपहरण कर लिया. अब तक इजरायल ने गाजा पट्टी में 400 फिलिस्तीनी लोगों को जवाबी कार्रवाई में मार डाला है. इजरायली डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता मेजर निर दिनार ने कहा कि ये हमारा 9/11 है. उन्होंने हमें नुकसान पहुंचाया है.
प्रवक्ता ने कहा कि हमास आतंकी तेजी से आए. उन्होंने हमें चौंका दिया. एक साथ कई जगहों पर आए. उन्होंने हवा और जमीन दोनों जगहों से हमला किया. लेबनान में हमास के प्रतिनिधि ओसामा हमदान ने कहा कि हम फिलिस्तीनियों के पास अपना लक्ष्य हासिल करने की ताकत है. इजरायल की मिलिट्री ताकत भले ही ज्यादा है लेकिन हमारी क्षमताएं कम नहीं हैं.
नकली सेट्स बनाकर की गई थी प्रैक्टिस
हमास आतंकियों ने इजरायल पर हमला करने से पहले गाजा में सेट्स बनाए. मिलिट्री लैंडिंग की प्रैक्टिस की. ट्रेनिंग की. इसके बाद पूरी तैयारी के साथ इजरायल में गए. इस काम के लिए आतंकियों ने दो साल मेहनत की. इजरायल इन्हें ट्रेनिंग करते देख रहा था. लेकिन उसे भरोसा था कि हमास फिर से इजरायल से संघर्ष नहीं करेगा. इस बीच हमास ने इजरायल को भरोसा दिलाया कि वह गाजा के मजदूरों के लिए चिंतित है.
हमास ने यह भरोसा दिलाया कि गाजा में 20 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं. जिनके पास सीमा पार करके नौकरी करने का कार्ड है. उन्हें किसी जंग से कोई लेना-देना नहीं. हमास ने स्पष्ट कर दिया था कि वह इजरायल के साथ मिलिट्री संघर्ष करने की स्थिति में नहीं है. 2021 में हमास की जंग के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर बेसिक जरूरतों के लिए आर्थिक स्थिरता लाने का प्रयास शुरू किया था. गाजा के मजदूरों को इजरायल में काम दिया था. पैसे दिए थे.
गाजा के लोगों को नौकरी, पैसा देना काम नहीं आया
वेस्ट बैंक में नौकरी का मौका दिया था. निर्माण, कृषि और सर्विस में लोगों को 10 गुना ज्यादा पेमेंट पर काम पर रखा था. इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि हमें लग रहा था कि गाजा के लोगों को काम मिलेगा. पैसा मिलेगा तो इससे कुछ शांति आएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. हमास ने इजरायल की सुरक्षा प्रणाली और खुफिया सिस्टम को धोखा दिया है. धोखा देने में कामयाब हुआ है.
हमास ने लगातार दो साल तक इजरायल के साथ किसी तरह का संघर्ष नहीं किया. जबकि, गाजा में ही मौजूद इस्लामिक आतंकी समूह इस्लानिक जिहाद ने कई बार इजरायल पर रॉकेट से हमला किया. इजरायली सेना और सरकार को यह लगा रहा था कि फिलिस्तीनी नेता याह्या अल-सिनवार गाजा के प्रबंधन में लगा है. उसे यहूदियों को मारने में कोई इंट्रेस्ट नहीं है. इसलिए इजरायल ने हमास की तरफ अपना ध्यान हटा लिया.
कई हमास नेताओं को इस हमले का आइडिया नहीं था
जब हमलावर आतंकियों की ट्रेनिंग चल रही थी, उस समय भी कई हमास नेताओं को इस प्लान के बारे में जानकारी नहीं थी. 1000 आतंकियों को हमले के लिए तैयार किया जा रहा था. लेकिन किसी को इस तैयारी के पीछे का मकसद नहीं पता था. जब हमला करने का दिन आया, तब पूरे ऑपरेशन को चार हिस्सों में बांट दिया गया.
सबसे पहले गाजा से 3000 रॉकेट दागे गए. इसके ठीक बाद हमास लड़ाके हैंग ग्लाइडर, मोटराइज्ड ग्लाइडर के जरिए सीमा पार करके इजरायल में घुसे. उन्होंने जमीन पर कब्जा जमाना शुरू किया. इसके बाद एलीट कमांड यूनिट ने इलेक्ट्रॉनिक और सीमेंट की दीवार को तोड़ा ताकि इजरायली सेना घुसपैठ न रोक सके.
मोटरसाइकिल से तेज घुसपैठ, इजरायली सेना के हेडक्वार्टर पर हमला
हमास लड़ाकों ने बैरियर्स को तोड़ने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल किया. मोटरसाइकिल के जरिए ज्यादा दूरी तक घुसपैठ कर सके. इसके बाद बुलडोजर्स के जरिए बैरिकेंडिग हटाई. ताकि लड़ाकों की गाड़ियां इजरायल में आ सके. इसके बाद हमास लड़ाकों की कमांडो यूनिट ने इजरायली सेना के साउदर्न गाजा हेडक्वार्टर पर हमला किया. वहां जैमर लगाए. संचार के माध्यमों को खत्म किया. ताकि आगे सूचना न पहुंचाई जा सके.
जिन इजरायली लोगों या विदेशियों को कब्जे में लिया गया था उनके जरिए खुद को बचाए रखने की तैयारी करना. जो विरोध करे उसे मार डाला गया. गाजा के नजदीक रीम के किबुत्ज में चल रही नोवा म्यूजिकल फेस्टिवल में हमास आतंकियों ने 260 लोगों को मार डाला. लोग खेत-खलिहानों से भागते नजर आ रहे थे. लेकिन हमास आतंकियों ने बहुत सारे लोगों को अपनी गोलियों का शिकार बना दिया.