
इजरायल इस वक्त बेहद मुश्किल जंग लड़ रहा है. हमास के आतंक के खिलाफ शुरू हुई लड़ाई अब अंतहीन होती जा रही है. हिज्बुल्लाह और हूती के बाद अब ईरान से भी सीधी जंग जारी है. इजरायल के सैनिक दक्षिणी लेबनान में जमीनी अभियान पर आगे बढ़ रहे हैं तो हिज्बुल्लाह लगातार इजरायल पर रॉकेट्स दाग रहा है. इजरायल ने 60 हिज्बुल्लाह आतंकियों के मारने का दावा किया तो हिज्बुल्लाह ने सुबह ही 2 दर्जन से अधिक रॉकेट्स दागे.
इजरायल ने सीरिया में रूसी एयरबेस पर भी एक बड़ा हमला किया. जिसमें दावा है कि ईरान से हिजबुल्लाह के लिए भेजे गए हथियार थे. हालांकि लड़ाई अभी लेबनान की सरहद से आगे नहीं बढ़ी है लेकिन बयानों की जंग चालू है. ईरान के राष्ट्रपति ने कतर में कहा है कि इजरायल ने पलटवार किया तो और घातक हमला होगा. इजरायल के राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में कहा है कि ईरान अपनी करतूतों का जल्द ही अंजाम भुगतेगा. हालांकि चुनावों में जा रहा अमेरिका इस वक्त मिडिल ईस्ट में कोई बड़ी जंग का जोखिम नहीं लेना चाहता.
इस बीच IDF ने हिज्बुल्लाह पर लेबनान और सीरिया के बीच नागरिक मसना सीमा क्रॉसिंग का उपयोग देश में ईरानी हथियारों की तस्करी करने के लिए करने का आरोप लगाया है. साथ ही लेबनान को धमकी दी है कि वह आतंकवादी समूह को नए हथियार प्राप्त करने से रोकने के लिए कार्रवाई करेगा. उधर, इज़रायल और हिज्बुल्लाह के बीच लड़ाई बढ़ने के कारण हाल के दिनों में हज़ारों लोग, मुख्य रूप से सीरियाई, क्रॉसिंग के माध्यम से लेबनान से सुरक्षित जगह शिफ्ट हो गए हैं.
बॉर्डर क्रॉसिंग पर इजरायल ने किया था हमला
आईडीएफ के अरबी भाषा के प्रवक्ता कर्नल अविचाय एड्रेई का कहना है कि पिछले सप्ताह सेना ने लेबनान और सीरिया के बीच अन्य बॉर्डर क्रॉसिंग पर हमला किया था, जिसका इस्तेमाल हिज्बुल्लाह द्वारा हथियारों की तस्करी के लिए किया जाता था, इसलिए आतंकी समूह ने हथियारों की खेप के लिए मस्ना को अपने मुख्य मार्ग के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया.
आईडीएफ के अनुसार, आतंकी समूह इजरायली हमलों के बाद अन्य क्षतिग्रस्त क्रॉसिंग की मरम्मत करने का भी प्रयास कर रहा है. एड्रेई का कहना है कि पिछले सप्ताह, आईडीएफ ने एक क्रॉसिंग के माध्यम से हिज्बुल्लाह को संवेदनशील हथियार ले जा रहे एक ट्रक पर हमला किया. आईडीएफ ने हमले की फुटेज भी शेयर की है.
'कार्रवाई करने से संकोच नहीं करेंगे'
सेना ने चेतावनी दी है कि वह नागरिक क्रॉसिंग के माध्यम से हिज्बुल्लाह को हथियार भेजने की अनुमति नहीं देगी. आईडीएफ के कर्नल ने कहा, "लेबनान राज्य अपनी आधिकारिक सीमा क्रॉसिंग और हिज़्बुल्लाह को इन क्रॉसिंग का उपयोग करने से रोकने की अपनी क्षमता के लिए ज़िम्मेदार है. आईडीएफ लेबनानी राज्य से आग्रह करता है कि वह नागरिक क्रॉसिंग से गुजरने वाले ट्रकों का सख्त निरीक्षण करे और हथियारों से भरे ट्रकों और वाहनों को सीरिया वापस लौटा दे. अगर जरूरत पड़ी तो आईडीएफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा, जैसा कि उसने पूरे युद्ध के दौरान किया है."
कतर ने भी की इजरायल को चेतावनी
कतर के अमीर ने भी युद्ध को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कतर के अमीर शेख तमीम बिन हामिद अल थानी ने कहा है कि मिडिल ईस्ट में इस समय जो हो रहा है, वह सामूहिक नरसंहार है. गाजापट्टी में जिस तरह से हमले हो रहे हैं, वह लोगों के रहने लायक नहीं रह गई है. ऐसे हालात में सीजफायर के लिए गंभीर प्रयासों की जरूरत है और हम इसका आह्वान करते हैं. कतर के अमीर ने इजरायल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लेबाननी क्षेत्र में इजरायल की घुसपैठ और उनके हमलों को तुरंत रोका जाना चाहिए. बिना शांति स्थापित किए सुरक्षा नहीं दी जा सकती.
लेबनान में इजरायल का चौथा ऑपरेशन
इजरायली सेना पूरे दक्षिणी लेबनान में फैल चुकी है. इजरायल की नेशनल सिक्योरिटी कैबिनेट ने कहा कि यह हिज्बुल्लाह के खिलाफ अगले चरण की लड़ाई है. करीब 50 साल में यह चौथी बार है जब इजरायली सेना लेबनान की जमीन पर पहुंची हैं. 2006 में चले 34 दिन लंबे युद्ध के बाद यह पहली बार है. इजरायली सेना इसे सीमित जमीनी ऑपरेशन कह रही है. जिसमें वायुसेना भी मदद कर रही है. आसमान से बम और मिसाइल गिराकर जमीनी फौज के लिए रास्ता साफ किया जा रहा है. इसके अलावा अर्बन वॉर लेबनान की गलियों और सड़कों पर हो रही है. इजरायल ने कहा है कि वो लंबे समय तक लेबनान पर कब्जा नहीं करेगा.