
सभी मामलों से शुक्रवार को जमानत मिलने के एक दिन बाद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने शनिवार को राष्ट्र के नाम संबोधन दिया. उन्होंने न्यायपालिका को सर्वोपरि बताया और कहा कि यह समय न्यायपालिका के साथ खड़े होने का है. बता दें कि पाकिस्तान में हालात अस्थिर हैं और जब से 9 मई को पूर्व पाक पीएम इमरान खान को अरेस्ट किया गया था. इसके बाद पाकिस्तान सुलग पड़ा और देश भर में हिंसक विरोध-प्रदर्शन होने लगे.
मेरे खिलाफ फर्जी मामले बनाए- इमरान खान
शनिवार को पूर्व पाक पीएम लाइव आए और कहा, कि 'हमारा लोकतंत्र एक सूत्र पर टिका है और वह है न्यायपालिका. न्यायपालिका ने ही उन्हें रोका है और उन्हीं की वजह से मैं आज यहां बैठा हूं. यह पूरे देश के लिए न्यायपालिका के साथ खड़े होने का समय है. इमरान ने कहा कि इन लोगों ने मेरे खिलाफ फर्जी मामले बनाए हैं. मुझ पर 145 मुकदमे हैं.'
'मैं 25 मई को नहीं भूल सकता'
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'मैं उन लोगों से भी कह रहा हूं जो कि बाहर निकले. क्योंकि मैं उनका जिक्र कर रहा हूं जो शांति से बाहर आए. क्योंकि जो मेरे साथ हैं, वो पिछले 27 सालों से हमेशा शांति से निकले. मैं 25 मई को नहीं भूल सकता, जब इन आकाओं ने हमारे लोगों पर हमला करने के लिए पुलिस को धक्का दिया. फिर मुझे गोलियां लगीं, तब ऐसे दंगे क्यों नहीं हुए. ' 'आईएसपीआर साहब, जब एबटाबाद हुआ तो सेना प्रमुख भी नहीं बोले, चुप रहे. 5 दिनों तक कोई नहीं बोला, वे (अमेरिकी) आए और ओबीएल (लादेन) को मार डाला, गिलानी और जरदारी ने कुछ नहीं बोला. मैं ही बोल रहा था और अपनी सेना का बचाव कर रहा था.
शहबाज शरीफ ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
वहीं, पाकिस्तान में बिगड़े हुए माहौल के बीच लाहौर में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, जले हुए कोर कमांडर हाउस की तस्वीरें दिल तोड़ने वाली हैं. इमरान ने शहबाज समर्थकों पर हमला बोलते हुए शहबाज ने कहा, जो काम बाहरी दुश्मन दशकों तक नहीं कर पाया, वह इमरान नियाजी और उसकी भीड़ ने कर दिखाया. पीएम शरीफ बोले, 'इमरान खान नियाजी और उनकी भीड़ किसी आतंकवादी या राज्य विरोधी समूह से कम नहीं है.
भीड़ को बताया आतंकी
इस तरह के कृत्य पर उन सभी लोगों को उचित सजा जरूर दी जाएगी, जो इस मुहिम का हिस्सा थे.' शहबाज शरीफ ने बताया कि कानून उन सबको अपनी गिरफ्त में ले लेगा और उन्हें कानून और संविधान के मुताबिक सजा दी जाएगी. ये आतंकवादी भीड़ उन अधिकारियों के स्मारकों, आवासों, कार्यालयों और शिविरों पर हमला करती है, जिन्होंने इस देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी और सब कुछ कुर्बान कर दिया.