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इमरान खान ने कैसे पाकिस्तान में हाफिज सईद को खूब पाला-पोसा, पढ़िए ये खास रिपोर्ट

हाफिज सईद को इमरान खान से खूब समर्थन मिला है. इमरान के शासन में हाफिज और उसका आतंकी संगठन खूब आगे बढ़ा. सईद को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर इमरान खान ने सपोर्ट किया.

फाइल फोटो फाइल फोटो
अंकित कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 29 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 7:25 PM IST
  • नाबालिग बच्चे हथियार उठा रहे
  • हाफिज को इमरान का खुला संरक्षण

हाफिज सईद को लेकर पूरी दुनिया में यह खबर है कि वह और उसका आतंकवादी नेटवर्क लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान में मुश्किल हालात का सामना कर रहा है. लेकिन सच्चाई ये है कि इमरान खान के लगभग चार वर्षों के शासन में सईद का आतंकी नेटवर्क बहुत तेजी से बढ़ा है. दूसरे शब्दों में कहें तो इमरान के शासन में हाफिज सईद को खूब शह मिली. काबुल में हालात खराब होने के बाद कई खुफिया इनपुट पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और अफगान तालिबान के बीच बढ़ते गठजोड़ की ओर इशारा कर रहे हैं. इंडिया टुडे की एक इन्वेस्टिगेशन इस बात की तस्दीक करती है कि कैसे इस गठबंधन को अफगानिस्तान में तालिबान के अधिग्रहण के तुरंत बाद तत्कालीन इमरान खान प्रशासन द्वारा जम्मू और कश्मीर में शांति भंग करने के लिए पोषित किया गया था.

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इमरान खान की पार्टी से संबध
तालिबान द्वारा पड़ोसी अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा करने के तुरंत बाद खैबर पख्तूनख्वा में सईद के संगठन द्वारा आयोजित एक सभा के वीडियो इमरान खान की पार्टी के साथ उसके बेहतर संबंध की ओर इशारा करते हैं. इंडिया टुडे, आज तक के पास मौजूद वीडियो में यह देखा गया कि स्थापना के आशीर्वाद के तहत आयोजित सभा में एक लड़का हाफिज सईद के नाम की शपथ ले रहा है. उसने कश्मीर में मारे आतंकियों को अपना भाई बताया और बंदूक उठाने की कसम खाई.

नाबालिग बच्चे हथियार उठा रहे
वीडियो में नाबालिग बच्चे ने कहा, 'आपके और मेरे नेता हाफिज मोहम्मद सईद की भविष्यवाणी सच हो गई है और मुजाहिदों ने अफगानिस्तान में संयुक्त राज्य को हराया है और अब हम कश्मीर को भारत से मुक्त करेंगे'. स्कूल जाने वाली उम्र में नाबालिग लड़के को यह कहते हुए सुना जा सकता है. उसने दो आतंकवादियों, वसीम और वकास के नामों का खुलासा किया, जो कथित तौर पर पहले सेना की कार्रवाई में मारे गए थे.

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लड़का कहता है कि अल्लाह से प्रार्थना करें कि मेरे भाइयों का बलिदान बेकार न जाए. उसके भाषण के तुरंत बाद, सैयद मुजाहिद गिलानी नाम का एक अन्य व्यक्ति, ने खुद को अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के पोते और एक अन्य कट्टरपंथी, एशिया अंद्राबी के भतीजे के रूप में अपनी पहचान बताई. उसने कहा, 'मैं यहां गिलानी परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य सैयद अली गिलानी के उत्तराधिकारी के रूप में खड़ा हूं.' बाद में उसने जम्मू और कश्मीर में मारे गए सभी आतंकवादियों के लिए एक सच्चे उत्तराधिकारी होने का दावा किया, जिन्हें वह 'शहीद' कहता रहा.

इमरान का मिला खुला संरक्षण
वीडियो में दिखाया गया है कि इमरान खान की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के एक मुख्यधारा राजनेता ने अपने लिए शहादत की मांग की और हाफिज सईद के संगठन के लिए खुले समर्थन की कसम खाई. प्रांतीय विधानसभा के पूर्व सदस्य और पीटीआई के कैबिनेट रैंक के अधिकारी आरिफ यूसुफ ने मंच से घोषणा की, 'मैं आप सभी के सामने अपने लिए शहादत चाहता हूं, मैं आपके साथ हूं. जहां भी मेरी मदद की जरूरत होगी, मैं वहां रहूंगा.' 

 जेल से छूट सकता है हाफिज सईद
भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी जल्द ही कानूनी खामियों का फायदा उठाते हुए मुक्त हो सकता है. इस महीने की शुरुआत में आतंकवाद विरोधी अदालत द्वारा सुनाई गई हाफिज की 33 साल की जेल की सजा को कम से कम आठ अलग-अलग सजाओं में विभाजित किया गया है. उनमें से सबसे ज्यादा पांच साल है. अदालत के आदेश के अनुसार, सभी सजाएं एक साथ चलने वाली हैं.

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