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क्या 2019 में भारत में सत्ता परिवर्तन की उम्मीद लगाए बैठे हैं इमरान खान?

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री खान ने कहा कि वह भारत में आम चुनाव संपन्न होने के बाद एक बार फिर दोस्ती का हाथ बढ़ाएंगे. भारत में अगले साल आम चुनाव होने हैं.

PAK पीएम इमरान खान (फोटो- AP) PAK पीएम इमरान खान (फोटो- AP)
अनुग्रह मिश्र
  • रियाद/इस्लामाबाद,
  • 23 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 7:53 PM IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि वह भारत में 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद उसकी तरफ दोस्ती का हाथ एक बार फिर बढ़ाएंगे. उनका मानना है कि नई दिल्ली ने बातचीत की उनकी पेशकश को इसलिए ठुकरा दिया क्योंकि पड़ोसी देश में चुनाव में पाकिस्तान एक मुद्दा है.

रियाद में फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनीशियेटिव फोरम को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसियों और खासकर भारत और अफगानिस्तान के साथ शांति चाहता है. सरकारी रेडियो पाकिस्तान ने खान के हवाले से कहा, ‘भारत के साथ शांति से दोनों देशों को शस्त्र स्पर्धा में लिप्त होने के बजाय अपने संसाधनों का उपयोग मानव विकास के लिए करने में मदद मिलेगी.’

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हमारी कोशिश विफल रही

इमरान ने कहा कि इसी तरह अफगानिस्तान में शांति से पाकिस्तान को द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापार गतिविधियों के लिए मध्य एशियाई देशों तक आसान पहुंच का मार्ग सुलभ होगा. खान ने कहा कि उन्होंने भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था लेकिन भारत ने उसे ठुकरा दिया था.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अगस्त में सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सुझाव दिया था कि सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) से इतर दोनों के विदेश मंत्रियों की बैठक की जाए. भारत ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया, लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों को मार दिया जिसके बाद नई दिल्ली ने UNGA से इतर विदेश मंत्रियों की बैठक रद्द कर दी थी.

इमरान को परिवर्तन की उम्मीद

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री खान ने कहा कि वह भारत में आम चुनाव संपन्न होने के बाद एक बार फिर दोस्ती का हाथ बढ़ाएंगे. भारत में अगले साल आम चुनाव होने हैं. उनके इस बयान को केंद्र में सत्ताधारी मोदी सरकार से जोड़कर भी देखा जा रहा है.

पाकिस्तान में लगातार भारत सरकार और बीजेपी पर जुबानी हमले हो रहे हैं. पाक पोषित आतंकियों से लेकर वहां की हुकुमत के नुमाइंदे भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते दिखे हैं. ऐसे में इमरान को उम्मीद है कि मौजूदा सरकार में उनकी दाल गलने वाली नहीं है और वह अब चुनाव नतीजों के इंतजार में हैं ताकि नई सरकार आने पर भारत की ओर नए सिरे से दोस्ती का हाथ बढ़ाया जा सके. 

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