
इन दिनों चीन कोरोना वायरस की भयंकर मार झेल रहा है. चीन में कोविड-19 संक्रमण में मौजूदा उछाल ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BF.7 की वजह से आया है. भारत में भी अब तक BF.7 वेरिएंट के 4 मामले सामने आ चुके हैं. देश में गुजरात से दो और ओडिशा से दो मामले सामने आए हैं. वहीं जर्मनी, बेल्जियम, फ्रांस, डेनमार्क, यूएस और यूके सहित कई अन्य देशों में भी इस सब-वेरिएंट के मामले सामने आए हैं.
चीन का ताजा आंकड़ा बेहद डराने वाला है. दावा किया जा रहा है कि चीन में पिछले 20 दिन में 25 करोड़ लोग संक्रमित हुए हैं. चीन के अस्पतालों में शवों का अंबार लगा है. शवदाह गृहों में अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय से दस्तावेज लीक हुए हैं, जिनसे संक्रमितों का ये दिल दहलाने वाला आंकड़ा बाहर आया है. एक्सपर्ट के मुताबिक अगले तीन महीने में चीन की 60 फीसदी आबादी के कोरोना संक्रमित होने का दावा किया है.
चीन के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सरकारी दस्तावेज लीक होने से जो आंकड़ा सामने आया उसने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है. रेडियो फ्री एशिया ने सोशल मीडिया पर चल रहे दस्तावेजों का हवाला देते हुए दावा किया है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में जीरो कोविड पॉलिसी में ढील के बाद चीन में हालात बेहद भयानक हो गए हैं.
अब भी सच छिपा रहा है चीन!
मीडिया रिपोटर्स के अनुसार, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की एक बैठक में संक्रमण से जुड़े कुछ आंकड़े पेश किए गए थे. वही दस्तावेज लीक हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 1 से 20 दिसंबर के बीच 24.8 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हुए. ये चीन की आबादी का 17.65 फीसदी हिस्सा है. जबकि चीन ने 20 दिसंबर को जो आंकड़े जारी किए उसमें सिर्फ 3.7 करोड़ लोगों के संक्रमित होने का अनुमान लगाया गया था.
'अगले तीन महीने में चीन की 60 फीसदी आबादी कोरोना की चपेट में'
महामारी विशेषज्ञ और हेल्थ इकोनॉमिस्ट एरिक फीजल डिंग ने एक वीडियो रीट्वीट किया है. इसमें दावा किया गया है कि ये वीडियो बीजिंग के एक बड़े अस्पताल का है, जहां कोरोना मरीजों के शवों का अंबार लगा हुआ है. वीडियो में बॉडी बैग में पैक शवों की कतार नजर आ रही है. एरिक फीजल डिंग का दावा है कि चीन में हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड नहीं हैं. ऑक्सीजन टैंक खाली हो चुके हैं, खून की कमी और बुखार से जुड़ी दवाइयों की भारी किल्लत है. एरिक फीजल डिंग ने अगले तीन महीने में चीन की 60 फीसदी आबादी के कोरोना संक्रमित होने का दावा किया है. एरिक के मुताबिक दुनियाभर की दस फीसदी आबादी वायरस की चपेट में आ सकती है. चीन की एक संस्था ने दावा किया है कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित चीन का किंग्दाओ शहर है जहां एक दिन में बीमार होने वालों का आंकड़ा 5 लाख तक पहुंच गया है.
संक्रमण और मौत के आंकड़ों को चीन कितना भी छिपाने की कोशिश करे, लेकिन हकीकत दुनिया के सामने आ रही है. हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना की नई लहर ने चीन में जो कोहराम मचाया है उससे निपटने के लिए अब सरकार इंटरनेट अस्पताल खोलने जा रही है. जिससे अस्पतालों में उमड़ रही मरीजों की भीड़ कुछ कम हो सके. इतना ही नहीं कोविड के खिलाफ जंग में सेना को भी मैदान में उतारने की तैयारी है.
कितना खतरनाक है BF.7 वेरिएंट?
Corona के BF.7 वेरिएंट (Corona New Variant BF7) को कई देशों में काफी खतरनाक माना जाता है। बता दें कि कोई भी वायरस जब म्यूटेट होता है तो वे अपने वेरिएंट और सब-वेरिएंट बनाता है। इसी तरह SARS-CoV-2 वायरस कोरोना का मुख्य तना है और उसके अलग-अलग वेरिएंट और सब-वेरिएंट हैं. BF.7 भी इसी तरह ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट है. सेल होस्ट एंड माइक्रोब जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक BF.7 सब
ओमिक्रॉन BF.7 वेरिएंट के लक्षण
जानकारी के मुताबिक इस नए सब-वेरिएंट में बुखार, गले में खराश, नाक बहना और खांसी शामिल है. कुछ मरीजों को दस्त और उल्टी सहित पेट से संबंधित समस्याओं का भी अनुभव हो सकता है. वहीं एक्सपर्ट्स का तो यह भी कहना है कि अगर किसी को ऐसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो उसे तुरंत जांच करानी चाहिए. इससे बचने के लिए शुरुआती पहचान और आइसोलेशन बेहद महत्वपूर्ण है.
भारत में क्या स्थिति है?
गौरतलब है कि भारत में अब तक BF.7 सब-वेरिएंट के चार मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोगों से कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है. मैंने सभी संबंधितों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया है. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.' स्वास्थ्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव, मनोज अग्रवाल ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को सभी राज्यों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की उचित जांच के साथ-साथ जीनोम अनुक्रमण सुनिश्चित करने के लिए जानकारी दी.