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चीन ने की सरकारी अखबार की रिपोर्ट खारिज, भारतीय सीमा पर वायुसेना की ताकत बढ़ाने से इनकार

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने 20 फरवरी को एक रिपोर्ट छापी थी कि चीन अपने वेस्टर्न थिएटर कमांड पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर रहा था. रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत की ओर से सुरक्षा को पैदा हुए खतरे के मद्देनजर LoAC पर यह चौकसी बढ़ाई गई है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
भारत सिंह
  • बीजिंग,
  • 22 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 4:03 PM IST

चीन ने इस खबर से इनकार किया है कि वह भारतीय सीमा पर अपनी वायुसेना की तैनाती बढ़ा रहा है. यह खबर चीन के सरकारी मीडिया के हवाले से ही आई थी. चीन ने कहा है कि इस इलाके में शांति व्याप्त करने के लिए पड़ोसी देश भारत को उसके साथ मिलकर काम करना चाहिए.

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने 20 फरवरी को एक रिपोर्ट छापी थी कि चीन अपने वेस्टर्न थिएटर कमांड पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर रहा था. रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत की ओर से सुरक्षा को पैदा हुए खतरे के मद्देनजर LAC पर यह चौकसी बढ़ाई गई है.

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चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता गेंग शुआंग ने अब पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि उन्हें इस घटनाक्रम की कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि इस खबर की पुष्टि चीन की सेना से की जा सकती है.

गेंग ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि भारत को सीमावर्ती इलाकों में शांति कायम रखने के लिए हमारे साथ मिलकर काम करना चाहिए. इसी में दोनों देशों की भलाई है.' इस मामले पर अभी चीन की सेना की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है.

चीन के सरकारी अखबार ने कहा था कि भारत नए फाइटर एयरक्राफ्ट हासिल करने जा रहा है. इस खबर में भारत के राफेल फाइटर जेट खरीदने का जिक्र किया गया था. तभी चीन के सरकारी अखबार ने कहा था कि चीन भी सीमारेखा पर अपने लड़ाकू विमानों को तैनात करेगा. आपको बता दें कि कुछ समय पहले चीनी सेना ने अपने J-10 और J-11 जेट फाइटर की तस्वीरें रिलीज की थीं. इसी के बाद ग्लोबल टाइम्स की यह रिपोर्ट आई थी. ये तस्वीरें चीन के नए साल के मौके पर आई थीं.

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ये विमान चीन की वायुसेना की ब्रिगेड को मिले हैं. चीन की सेना पीएलए की ओर से यह जानकारी दी गई थी. इसके अलावा चीन ने हाल ही में स्टेल्थ फाइटर J-20 को भी अपने बेड़े में शामिल किया था. ये विमान चीन की वेस्टर्न थिएटर कमांड को मिले हैं.

चीनी वायुसेना की यह कमांड इसके भारत से लगे पहाड़ी इलाकों में युद्ध का सामना करने या सीमा की सुरक्षा करने के लिए तैनात रहती है. भारत से चीन की करीब 3500 किमी लंबी सीमा लगी हुई है, जिसमें ऊंचाई पर स्थित तिब्बती पठार का इलाका भी आता है.

कुछ ही समय पहले भारत और चीन की सेनाओं के बीच डोकलाम में 73 दिनों तक गतिरोध देखने को मिला था. हालांकि, बाद में बिना किसी बड़ी घटना के दोनों देशों की सेनाओं में सहमति बन गई थी.

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