
जर्मनी में हो रहे म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने जोर देकर कहा है कि चीन संग भारत के रिश्ते बेहद कठिन दौर से गुजर रहे हैं. स्पष्ट कर दिया गया है कि चीन ने सीमा नियमों का लगातार उल्लंघन किया है, जिस वजह से स्थिति तनावपूर्ण बनी है.
जयशंकर ने कहा है कि चीन संग हमारी एक समस्या है. पिछले 45 साल तक शांति का माहौल रहा था. 1975 से कोई सैनिक हताहत नहीं हुआ था. ये बदलाव इसलिए देखने को मिला था क्योंकि हमारा चीन संग समझौता था. समझौता ये था कि LAC पर सैन्य बलों की तैनाती नहीं की जाएगी. लेकिन चीन अब लगातार उन समझौतों का उल्लंघन कर रहा है. ऐसे में अब बॉर्डर पर कैसी स्थिति रहती है, इसी पर हमारे रिश्ते भी निर्भर रहने वाले हैं.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए जयशंकर ने कहा कि ये तो स्वाभाविक है कि अभी चीन संग भारत के रिश्ते बेहद कठिन दौर से गुजर रहे हैं. लेकिन इसी दौर में हमारे पश्चिमी देशों से संबंध काफी मजबूत हुए हैं. वैसे कुछ दिन पहले चीन ने भी भारत संग तनाव का जिक्र किया था. लेकिन उसने ये कहा था कि दोनों देशों को सीमा समझौतों का सख्ती से पालन करना चाहिए. उसकी तरफ ये बयान तब आया था जब एस जयशंकर ने चीन पर नियम तोड़ने का आरोप लगाया.
अब विदेश मंत्री ने जर्मनी में चीन पर तो विस्तार से बात की ही, इसके अलावा उन्होंने उस क्वाड पर भी अपने विचार रखे जिसको लेकर चीन लगातार अपना विरोध जताता रहता है. एस जयशंकर ने एक बार फिर ये साफ कर दिया कि क्वाड में चार ऐसे देश साथ मिलकर काम कर रहे हैं जो ये मानते हैं कि आपसी सहयोग से दुनिया रहने के लिए एक बेहतर जगह बन सकती है. वहीं इसके अलावा आसियान देशों संग अपने संबंधों पर भी मंत्री ने संतोष जाहिर करते हुए कहा कि उनके साथ हमारे मजबूत सुरक्षा सहयोग हैं.