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भारत-श्रीलंका में द्विपक्षीय शिखर वार्ता, दोनों देशों ने की बौद्ध धर्म के लिए 15 मिलियन डॉलर की घोषणा

भारत-श्रीलंका वर्चुअल द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन पर अमित नारंग ने कहा कि कोरोना के प्रतिबंधों के बावजूद एक सफल वर्चुअल समिट द्विपक्षीय रिश्तों को आगे ले जाने की नेताओं के स्तर पर प्रतिबद्धता की हाई डिग्री को दर्शाता है. 

श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो) श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 3:58 PM IST
  • दोनों नेताओं के बीच वर्चुअल शिखर वार्ता खत्म
  • नेबरहुड फर्स्ट नीति के तहत प्राथमिकता देते हैंः मोदी
  • हाल में राजपक्षे बंधुओं की पार्टी को बड़ी जीत मिली है

श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच वर्चुअल द्विपक्षीय शिखर वार्ता हुई. पीएम मोदी ने कहा, 'मैं आपको PM पद ग्रहण करने के लिए बधाई देता हूं. भारत-श्रीलंका का बहुमुखी संबंध हजारों साल पुराना है. मेरी सरकार की नेबरहुड फर्स्ट नीति के तहत श्रीलंका से संबंधो को हम विशेष और उच्च प्राथमिकता देते हैं.'

वहीं, श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे बीच में बहुत पुराने जमाने से कनिष्ठ संबंध और प्रेम है और ये हमेशा ऐसे ही बना रहेगा. पूरी दुनिया कोरोना महामारी की वजह से संकट में है और आपने दोनों देशों के लिए तथा अन्य देशों की सुरक्षा के लिए जिस प्रकार काम किया मैं उसके लिए कृतज्ञता प्रकट करता हूं.

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वहीं, विदेश मंत्रालय के हिंद महासागर क्षेत्र प्रभाग (एमईए) के संयुक्त सचिव अमित नारंग ने बताया कि भारत-श्रीलंका वर्चुअल समिट के दौरान हमारे पीएम ने दोनों देशों के बीचे बौद्ध धर्म के रिश्ते को मजबूत करने के लिए 15 मिलियन US डॉलर की सहायता की घोषणा की. 

भारत-श्रीलंका वर्चुअल द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन पर अमित नारंग ने कहा कि कोरोना के प्रतिबंधों के बावजूद एक सफल वर्चुअल समिट द्विपक्षीय रिश्तों को आगे ले जाने की नेताओं के स्तर पर प्रतिबद्धता की हाई डिग्री को दर्शाता है. 

इससे पहले राजपक्षे के मीडिया कार्यालय ने कहा था कि श्रीलंकाई मछुआरों को इसके कारण $40 मिलियन की सालाना हानि का सामना करना पड़ता है. उन्होंने उत्तरी मछुआरों को आश्वासन दिया है कि वो भारतीय मछुआरों द्वारा अवैध शिकार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. इस मुद्दे पर वो भारत से बातचीत करेंगे.  

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हाल ही में श्रीलंका में हुए आम चुनावों में राजपक्षे बंधुओं की पार्टी को बड़ी जीत मिली है. संसदीय चुनावों में श्रीलंका पोदुजना पार्टी (SLPP) को लगभग दो तिहाई बहुमत मिला, जिसके बाद महिंदा राजपक्षे एक बार फिर प्रधानमंत्री बने. महिंदा के भाई गोतबया राजपक्षे पहले ही श्रीलंका के राष्ट्रपति हैं.

अच्छे पड़ोसी होने का उदाहरण पेश किया

इसी महीने भारत ने एक बार फिर एक अच्छे पड़ोसी होने का उदाहरण पेश किया था. दरअसल, कच्चे तेल से लदे एक जहाज में आग लगने के बाद श्रीलंका की नेवी ने इंडियन कोस्ट गार्ड से मदद मांगी थी, जिसके बाद भारत ने तुरंत बचाव दल को रवाना किया था.

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