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कंगाली से जूझ रहे श्रीलंका की मदद को आगे आया भारत, PM विक्रमसिंघे ने कहा- थैंक यू इंडिया

भारत की ओर से श्रीलंका को लगातार खाद्य पदार्थ, दवा, दूध समेत कई सामान भेजा जा रहा है. भारत की ओर से भेजी गई करीब दो अरब रुपये की मानवीय सहायता आज श्रीलंका पहुंच गई है.

रानिल विक्रमसिंघे (फाइल फोटो) रानिल विक्रमसिंघे (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 मई 2022,
  • अपडेटेड 10:57 PM IST
  • श्रीलंका की लगातार मदद कर रहा है भारत
  • दो अरब रुपये का सामान पहुंचा श्रीलंका

श्रीलंका में आर्थिक हालात काफी खराब हैं. रानिल विक्रमसिंघे के रूप में देश को नया प्रधानमंत्री भी मिल चुका है, लेकिन उसके बाद भी श्रीलंका अपना कर्ज चुकाने की क्षमता नहीं रखता है. ऐसे में भारत की ओर से श्रीलंका को लगातार खाद्य पदार्थ, दवा, दूध समेत कई सामान भेजा जा रहा है. 

भारत की ओर से भेजी गई करीब दो अरब रुपये की मानवीय सहायता आज श्रीलंका पहुंच गई है. इसमें दूध पाउडर, चावल और दवाओं समेत कई जरूरी चीजें शामिल हैं. इसके लिए श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने ट्वीट कर भारत सरकार का आभार जताया है. श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, "श्रीलंका को आज भारत की ओर से दूध पाउडर, चावल और दवाओं समेत दो अरब मूल्य की मानवीय सहायता मिली है. इसके लिए मैं भारत की जनता, विशेष रूप से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के समर्थन की सराहना करता हूं."

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भारत कैसे कर रहा श्रीलंका की मदद? 

इस कन्साइनमेंट में भारत की तरफ से श्रीलंका को 9000 मीट्रिक टन चावल, 200 MT मिल्क पाउडर और 24 MT जरूरी दवाइयां भेजी गई हैं. ये भी जानकारी दी गई थी कि भारत सरकार ने श्रीलंका को करीब 45 करोड़ रुपये की ये राहत सामग्री भेजी है. इससे पहले भी हिंदुस्तान की तरफ से श्रीलंका को मदद की गई है. श्रीलंका की सरकार ने भी समय-समय पर भारत की मदद के लिए शुक्रिया अदा किया है. भारत की तरफ से भी लगातार श्रीलंका का हौसला बढ़ाया जा रहा है. इंडियन मिशन ने अपने बयान में कहा था कि भारत के लोग लगातार श्रीलंका के साथ खड़े हैं. 


RBI ने श्रीलंका को दी राहत

वैसे भारत की तरफ से इस समय श्रीलंका की सिर्फ जरूरी सामान देकर मदद नहीं की जा रही, बल्कि उसकी वर्तमान स्थिति को देखते हुए उसे आर्थिक सहायता भी दी जा रही है. इसी वजह से हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने श्रीलंका के साथ व्‍यापर‍िक लेनदेन को रुपये में करने की बात कही थी. इस समय श्रीलंका निर्यातकों का भुगतान नहीं कर पा रहा है, उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, इसी वजह से भारत ने इस तरह से भी श्रीलंका को बड़ा सहारा दिया है.
 

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