
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के तौर पर भारतीय मूल के ऋषि सुनक के कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो गए हैं. ऐसे में एक इंटरव्यू के दौरान सुनक ने प्रधानमंत्री बनने की प्रेरणा से लेकर धर्म के हिंदू कॉन्सेप्ट पर बात की.
सुनक (42) ने कहा कि प्रधानमंत्री की दौड़ में लिज ट्रस के हाथों हार का सामना करने के बाद मुझे लगा था कि फ्रंटलाइन पॉलिटिक्स में मेरा करियर लगभग खत्म हो गया है. इस बीच उनसे पूछा गया कि तमाम चुनौतियों के बीच उनके प्रधानमंत्री बनने की प्रेरणा क्या रही? इस पर सुनक ने कहा कि मेरे माता-पिता शरणार्थी की मानसिकता के साथ ब्रिटेन आए थे. मेरे लिए असल में मेरा काम ही मेरा कर्तव्य है. हिंदू धर्म में एक कॉन्सेप्ट है, जिसे धर्म कहा जाता है, जिसका मतलब कर्तव्य से है. मेरी परवरिश इसी तरह हुई है. यह ऐसी चीजें करने के बारे में हैं, जिनकी आपसे उम्मीद है. मुझे लगा कि मैं बदलाव ला सकता हूं. यह उन चीजों को करने के बारे में था, जिनकी आपसे उम्मीद है और सही काम करते रहने की कोशिश करना है.
सुनक ने कहा कि मुझे लगा कि ब्रिटेन में बदलाव लाने के लिए मैं सबसे सही शख्स हूं, खासतौर पर ऐसे समय में जब लोग कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.
बदलाव लाने का जुनून था
सुनक ने कहा कि भले ही यह बुरे सपने की तरह होने वाला था. लेकिन मुझे लगा कि मैं बदलाव ला सकता हूं और वह बदलाव लाने के लिए मैं सबसे सही शख्स था, खासकर उन चुनौतियों के मद्देनजर जिनका लोग सामना कर रहे हैं और यही वजह है कि मैंने इसके लिए खुद को आगे रखा. यह जानते हुए कि यह मुश्किल और चुनौतियों से भरा हुआ होगा. मैने तय किया कि इस स्थिति में यह मेरा कर्तव्य है. मेरा लोगों की सेवा करने में यकीन हैं और इसी वजह से मुझे लगता था कि मैं यह बदलाव ला सकता हूं.
सुनक ने हाउस ऑफ कॉमन्स में बतौर सांसद चुने जाने पर भगवदगीता पर हाथ रखकर शपथ ली थी. उन्हें अमूमन हिंदू धर्म को लेकर बात करते देखा जा सकता है. वह कई मौकों पर कह चुके हैं कि वह अपने परिवार के साथ नियमित तौर पर मंदिर जाते थे. उन्हें पिछले साल प्रचार अभियान के दौरान आशीर्वाद लेने के लिए जन्माष्टमी के मौके पर कृष्णमंदिर में भी देखा गया था.
ब्रिटेन के लोगों के लिए मंत्र
इस दौरान सुनक से पूछा गया कि ब्रिटेन की जनता उनके किस मंत्र पर टिकी रह सकती है. तो इस पर उन्होंने कहा कि लोगों की उम्मीदें मुझसे जुड़ी हुई हैं क्योंकि मैं चीजो को दुरुस्त कर सकता हूं और उन्हें बेहतर कर सकता हूं. इसके लिए मैं दिन और रात काम कर रहा हूं.
उन्होंन 25 अक्टूबर 2022 को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला था.