
पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी नेताओं की विवादित टिप्पणी को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा. इस्लामिक देशों की आपत्ति के बीच अब कुवैत में भारतीय उत्पादों का बहिष्कार शुरू हो गया है.
कुवैत की एक सुपरमार्केट ने अपने शेल्फ से भारतीय उत्पादों को हटाना शुरू कर दिया है.
कुवैत के अल-अरदिया कॉ-ऑपरेटिव सोसाइटी स्टोर के वर्कर्स भारतीय चाय और अन्य उत्पादों को स्टोर से हटा रहे हैं.
कुवैत सिटी के बाहर स्थित एक सुपरमार्केट से चावल, मसालें और मिर्चियों को शेल्फ से हटाकर प्लास्टिक शीट्स में कवर कर दिया गया है. इन पर अरबी भाषा में लिखा गया है, हमने भारतीय उत्पादों को हटा दिया है.
स्टोर के सीईओ नसीर अल-मुतैरी ने बताया, हम कुवैती मुस्लिमों के तौर पर पैगंबर मोहम्मद के अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सकते.
सुपरमार्केट चेन के एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी भारतीय उत्पादों के व्यापक बहिष्कार पर विचार कर रही है.
बीजेपी के दो नेताओं की पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर अब तक कई देश आपत्ति जता चुके हैं. इनमें ईरान, इराक, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, ओमान, यूएई, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लीबिया और इंडोनेशिया हैं. बीजेपी ने टिप्पणी करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई भी की है.
इस मामले में राजनयिक स्तर पर भी तूल पकड़ा. कई देशों ने अपने देशों में स्थित भारतीय राजदूतों को तलब कर नाराजगी जाहिर की.
कतर ने भारत से इस इस्लाम विरोधी टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा था.
इस दौरान भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू कतर दौरे पर थे.
मिस्र की प्रतिष्ठित अल-अजहर यूनिवर्सिटी ने भी निंदा की
इस्लाम के सबसे महत्वपूर्ण संस्थानों में से एक अल-अजहर यूनिवर्सिटी ने पैगंबर मोहम्मद पर इन टिप्पणियों को असल आतंकवाद बताया.
सऊदी अरब स्थित मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने कहा कि इन टिप्पणियों से नफरत को बढ़ावा मिल सकता है. सऊदी अरब ने इसे जघन्य अपराध बताया.
इसके साथ ही छह खाड़ी देशों के समूह गल्फ कॉरपोरेशन काउंसिल ने भी बीजेपी नेताओं की इन टिप्पणियों को खारिज करते हुए इसकी निंदा की.
वहीं, बहरीन ने इन विवादित टिप्पणियों के लिए बीजेपी नेता को सस्पेंड किए जाने का स्वागत किया.
बीजेपी ने रविवार को यह कहते हुए नूपुर शर्मा को सस्पेंड कर दिया कि उनके (नूपुर शर्मा) विचार पार्टी के रुख से अलग है. पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है.
नुपुर शर्मा ने कहा, अगर मेरे शब्दों से कोई असहज हुआ हो, किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हों तो मैं बिना किसी शर्त के अपना बयान वापस लेती हूं.