
भारतीय मूल के सांसद राजा कृष्णमूर्ति और प्रमिला जयपाल सहित तीन अमेरिकी सांसदों ने अमेरिकी संसद में एक बेहद अहम बिल पेश किया है. इस बिल से अमेरिका में ग्रीन कार्ड हासिल करने का सपना देख रहे भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों को बहुत बड़ा फायदा हो सकता है.
इस बिल को अमेरिका में स्थाई तौर पर बसने के लिए दिए गए आवेदनों की संख्या को कम करने और नौकरी के लिए वीजा के आधार पर भेदभाव को खत्म करने के इरादे से पेश किया गया है.
अगर ये बिल पारित होकर कानून की शक्ल ले लेता है तो इससे बड़ी संख्या में उन भारतवंशियों को लाभ होगा, जो ग्रीन कार्ड या अमेरिका में स्थाई तौर पर बसने के लिए दशकों से इंतजार कर रहे हैं.
बता दें कि राजा कृष्णमूर्ति और प्रमिला जयपाल के अलावा रिच मैककॉर्मिक तीसरे सांसद हैं, जिन्होंने सोमवार को इस बिल को संसद में पेश किया.
इमिग्रेशन वीजा एफिशियंसी एंड सिक्योरिटी एक्ट 2023 से अमेरिका की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा भी एक तरह से बढ़ेगी. दरअसल इससे ग्रीन कार्ड बैकलॉग कम होगा, जिससे अमेरिकी एंप्लोयर्स योग्यता और जन्मस्थान के आधार पर विदेशी नागरिकों को हायर करने पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे.
सात फीसदी का कोटा होगा खत्म
इस बिल का सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि इससे अमेरिका आने वाले विदेशी नागरिकों के लिए मौजूदा सात-सात फीसदी का कोटा खत्म हो जाएगा.
कृष्णमूर्ति ने कहा कि हम भविष्य के लिए अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम कर रहे हैं. हम कुशल कामगारों को ग्रीन कार्ड बैकलॉग के जंजाल में फंसे रहने देना नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि हमें इमिग्रेंट्स वीजा के आधार पर रोजगार को लेकर भेदभाव खत्म करने के लिए सहयोगियों से सहयोग मिलने को लेकर गौरवान्वित हूं.
बता दें कि मौजूदा समय में लगभग 95 फीसदी इमिग्रेंट्स अस्थाई वीजा पर अमेरिका में काम कर रहे हैं. इनमें से बड़ी संख्या में लोगों ने ग्रीन कार्ड हासिल करने के लिए अप्लाई किया हुआ है लेकिन यह लंबे समय से लंबित है. कहा जा रहा है कि इस बिल से एच-1बी अस्थाई वीजा प्रोग्राम मजबूत होगा. इस बिल को उन लोगों के लिए संजीवनी बूटी के तौर पर देखा जा रहा है, जो ग्रीन कार्ड आवेदन दायर कर चुके हैं और कई सालों से बस इंतजार कर रहे हैं.