
इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने की चेतावनी जारी कर दी गई है. चेतावनी के बाद खतरे की आशंका को देखते हुए बाली के हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है. भारत सरकार ने भी वहां बसे भारतीयों के लिए मदद की पहल शुरू कर दी है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अनुसार, सरकार ने हालात पर नजर बनाई हुई है और भारतीयों को मदद पहुंचाई जा रही है.
आपको बता दें कि बाली में भारतीय दूतावास की ओर से हेल्प डेस्क खोल दिया गया है. सुषमा ने ट्विटर के जरिए इस बात की जानकारी दी. सुषमा ने ट्विटर पर कहा, बाली में मौजूद भारतीयों- कृपया चिंतित नहीं हों. जकार्ता में भारतीय राजदूत प्रदीप रावत और महावाणिज्यदूत सुनील बाबू अपना काम कर रहे हैं और मैं इस पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रही हूं.
बता दें कि माउंट आगुंग से पिछले सप्ताह से निकल रहा भीषण गुबार अब आसमान में तीन किलोमीटर तक पहुंच गया है जिसके कारण विमानों को जमीन पर उतारना पड़ा.
सीएनएन के मुताबिक, बीते शनिवार को ज्वालामुखी के मुहाने से 3,400 मीटर ऊपर तक धुएं एवं राख की मोटी परत उठी, जिसके बाद दर्जनों उड़ानों को रद्द कर दिया गया. सितंबर माह में जब पहली बार अलर्ट जारी किया गया था, तब माउंट अगुंग के आसपास के घरों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था.
बता दें कि पहाड़ के नजदीक रहनेवाले करीब 25,000 लोग पहले ही अपना घर खाली करके यहां से जा चुके हैं. राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतुपो पुरवा नुगरोहो ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.