
पूर्वी इंडोनेशिया के लेंबाता में हुए भूस्खलन ने भारी तबाही मचा रखी है. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि बारिश लगातार जारी है, जिसके चलते लापता लोगों की तलाश में परेशानी आ रही है. अब तक इस तबाही में मौत का आंकड़ा 126 पहुंच गया है. अधिकारियों ने बताया कि अदोनारा द्वीप के ईस्ट फ्लोरेस जिले में अधिक जनहानि हुई है. यहां अब तक 67 लोगों की लाशें बरामद की गई हैं, जबकि 6 लोग लापता बताए जा रहे हैं.
रविवार सुबह इस क्षेत्र में पहाड़ियों से मलबा गिरा, जिसकी चपेट में कई लोग आ गए. हादसा उस समय हुआ, जब ये लोग सो रहे थे. रात में हुई बारिश के दौरान नदियों के तट टूट गए और अचानक आई बाढ़ में कई लोग बह गए.
भूस्खलन से हजारों घर तबाह
इंडानेशिया की राष्ट्रीय आपदा मोचन इकाई के अनुसार लेम्बाता द्वीप पर चक्रवात सरोजा के चलते हुई बारिश के कारण नवंबर में फटे एक ज्वालामुखी के लावा के प्रवाह में तेजी आ गई है. इसकी चपेट में एक दर्जन से अधिक गांव आ गए. इस घटना में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई और 44 अन्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है. बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी और मलबे में फंसे लोगों के रिश्तेदार लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं.
इंडोनेशिया में विभिन्न द्वीपों पर भूस्खलन और बाढ़ की घटनाओं में कम से कम 126 लोगों की मौत होने की सूचना है. वहीं, पास के ईस्ट तिमोर में भी 27 लोगों की मौत की खबर है. हजारों घर नष्ट हो गए हैं और इसके चलते हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है. मौसम के कम से कम शुक्रवार तक खराब रहने का पूर्वानुमान है.
तूफान अब दक्षिण में ऑस्ट्रेलिया की तरफ बढ़ गया है. लगातार जारी बारिश और प्रभावित क्षेत्रों के दूर-दराज में होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य में बाधा आ रही है. अनेक स्थानों पर सड़कें और पुल नष्ट हो गए हैं.
बचाव कार्य तेज
वहीं भूस्खलन में हुई इस भारी तबाही के बाद बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. इस तबाही से प्रभावित अलग-अलग क्षेत्रों में मंगलवार को तीन हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं.
राष्ट्रपति जोको विडोडो ने ऑपरेशन को गति देने के लिए जकार्ता में कैबिनेट की बैठक की. आपदा एजेंसी के प्रवक्ता रादित्य जाति ने कहा कि राहत सामिग्री आपूर्ति और बचाव कर्मियों के साथ तीन और हेलिकॉप्टर बुधवार को लगाए गए हैं, जिससे राहत की उम्मीद है.