
इजरायली सेना हमास के खात्मे के लिए गाजा पट्टी में ग्राउंड ऑपरेशन चला रही है. ऑपरेशन के तहत इजरायली सैनिक बुधवार से गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में भी सर्ज ऑपरेशन चला रहे हैं. इजरायली सेना का दावा है कि उसे अल शिफा हॉस्पिटल में हमास की सुरंग मिली है. इसके अलावा 7 अक्टूबर को हमास द्वारा बंधक बनाई गई 19 साल की एक लड़की का शव भी शिफा अस्पताल से मिला है. इजरायली सेना ने हथियारों से भरी गाड़ी मिलने का दावा किया था.
IDF के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने बताया कि इजरायली सेना को गाजा में अल-शिफा अस्पताल में सर्च के दौरान एक सुरंग का एंट्रेंस गेट और हथियारों से भरी एक कार मिली है. सेना के मुताबिक, हमास 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए हमले में इस हथियारों से भरी कार का इस्तेमाल करने की तैयारी कर रहा था.
इजरायली सैनिकों को अल शिफा अस्पताल में हमास आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सुरंग भी मिली है. इजरायली सेना ने इसका वीडियो भी जारी किया है. सेना के मुताबिक, अल शिफा अस्पताल के बाहरी इलाके में सुरंग मिली है. इजरायली सेना के मुताबिक, हमास के आतंकियों ने 19 साल की सीपीएल नोआ मार्सिआनो की 7 अक्टूबर को अपहरण कर हत्या कर दी थी. उसका शव शिफा अस्पताल के पास मिला है.
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में 1400 लोग मारे गए थे. हमास ने 240 से ज्यादा नागरिकों को भी बंधक बना लिया था. इन्हें गाजा में रखा गया है. इजरायली सेना हमास के खात्मे और बंधकों को आजाद कराने के लिए ऑपरेशन चला रही है. इजरायली एयरफोर्स गाजा में लगातार बमबारी कर रही है. इन हमलों में अब तक 11500 लोग मारे गए हैं. जबकि 20 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं.
हमास के बारे में खुफिया जानकारी नहीं देगा US
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका हमास और अल शिफा अस्पताल से जुड़ी किसी भी इजरायली खुफिया जानकारी को साझा नहीं करेगा या अपने स्वयं के खुफिया आकलन के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं देगा. किर्बी ने कहा कि अमेरिका गाजा में हमास की गतिविधियों पर अपनी खुफिया एजेंसियों के आकलन को लेकर आश्वस्त है.
सूत्रों के मुताबिक, बाइडेन प्रशासन ने अमेरिकी खुफिया स्रोतों को सार्वजनिक नहीं किया है, क्योंकि उन्हीं चैनलों में से कुछ का इस्तेमाल बंधकों की स्थिति पर नजर रखने के लिए किया जा रहा है.