
लेबनान और सीरिया में पेजर एक बड़ी तबाही लेकर आया. बीप, बीप और बीप की आवाज और फिर जोरदार आवाज के साथ विस्फोट में किसी को हाथ गंवाने पड़े तो किसी को पैर. इस पेजर ब्लास्ट में लेबनान में ईरान के राजदूत को अपनी एक आंख गंवानी पड़ी जबकि लेबनान के एक सांसद के बेटे की मौत हो गई.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पेजर धमाके में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी (Mojtaba Amai) की एक आंख नष्ट हो गई जबकि दूसरी आंख बुरी तरह से जख्मी है.
ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सदस्यों ने बताया कि इस धमाके में अमानी की आंखों को नुकसान पहुंचा है. उन्हें इलाज के लिए तेहरान के अस्पताल ले जाया गया है.
इस घटना के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि अमानी लेबनान की सड़कों पर हैं. उनकी शर्ट पूरी तरह से खून में सनी हुई है और उनकी आंखें क्षतिग्रस्त नजर आ रही हैं.
वहीं, पेजर अटैक में लेबनान के एक सांसद के बेटे की भी मौत हो गई है. हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने रॉयटर्स से बताया कि हिजबुल्लाह के दो वरिष्ठ अधिकारियों के बेटे भी इस हमले में घायल हुए हैं. लेकिन वे खतरे से बाहर हैं.
मोसाद ने पेजर के भीतर कैसे फिट गया विस्फोटक?
स्काई न्यूज अरबिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने हिजबुल्लाह के पेजर के भीतर PETN फिट किया था. इसे पेजर की बैटरीज पर लगाया गया था. इन पेजर्स में बैटरी के तापमान को बढ़ाकर विस्फोट किया गया. इस विस्फोटक का वजन 20 ग्राम से भी कम था.
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, ये पेजर ताइवान की कंपनी के AP924 मॉडल के थे. पेजर की जो खेप ताइवान से लेबनान भेजी गई थी, उनमें हर पेजर पर एक से दो औंस का विस्फोटक लगा हुआ था. इस विस्फोटक को पेजर में लगी बैटरी के बगल में लगाया गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान में दोपहर 3.30 बजे इन पेजर्स पर एक मैसेज आया. इस मैसेज ने पेजर में लगे विस्फोटक को एक्टिवेट कर दिया.
दावा किया जा रहा है कि पेजर डिवाइसों में विस्फोट से पहले कई सेकेंड तक बीप की आवाज सुनाई दी. सूत्रों के मुताबिक, मोसाद ने दरअसल पेजर के अंदर बैटरी पर यह विस्फोटक लगाया था. इस विस्फोटक को किसी डिवाइस या स्कैनर से डिकेक्ट करना बहुत मुश्किल है.
कब और कहां हुए थे ब्लास्ट?
लेबनान की राजधानी बेरूत और दक्षिणी लेबनान के कई इलाकों विशेष रूप से पूर्वी बेका वैली में स्थानीय समयानुसार दोपहर 3.30 बजे पेजर में सीरियल ब्लास्ट होने शुरू हुए. इन इलाकों को हिजबुल्लाह का गढ़ माना जाता है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये ब्लास्ट लगभग एक घंटे तक होते रहे. दानियाह इलाके के स्थानीय इलाके के लोगों का कहना है कि उन्हें लगभग एक घंटे तक ब्लास्ट की आवाजें सुनाई देती रही.
हिजबुल्लाह के लड़ाके क्यों करते हैं पेजर का इस्तेमाल
पिछले साल सात अक्तूबर को इजरायल पर हमले के बाद से ही हिजबुल्लाह के शीर्ष नेतृत्व ने अपने लड़ाकों को कम्युनिकेशन के लिए मोबाइल या इंटरनेट के बजाए पेजर के इस्तेमाल करने का आदेश दिया था. इसके पीछे वजह है कि इजरायली सेना और मोसाद लगातार हिजबुल्लाह के लड़ाकों की लोकेशन ट्रैक करती है. पेजर की खासियत यही है कि इसके इस्तेमाल से लोकेशन ट्रैक नहीं की जा सकती.