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ईरान: एंटी हिजाब प्रोटेस्ट में 17 साल की Nika Shakarami की हत्या, नाक तोड़ी और कुचल दिया सिर

ईरान में हिजाब को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. सितंबर में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद से जो बवाल शुरू हुआ था, वो अब पूरे देश को अपनी चपेट में ले चुका है. इसी कड़ी में अब एक 17 वर्षीय लड़की ने भी अपनी जान गंवा दी है. Nika Shakarami नाम की लड़की की हत्या कर दी है. उसने भी ईरान में हिजाब को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था.

एंटी हिजाब प्रोटेस्ट में 17 साल की लड़की की हत्या एंटी हिजाब प्रोटेस्ट में 17 साल की लड़की की हत्या
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 8:44 PM IST

ईरान में हिजाब को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. सितंबर में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद से जो बवाल शुरू हुआ था, वो अब पूरे देश को अपनी चपेट में ले चुका है. इसी कड़ी में अब एक 17 वर्षीय लड़की ने भी अपनी जान गंवा दी है. Nika Shakarami नाम की लड़की की हत्या कर दी गई है. उसने भी ईरान में हिजाब को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था.

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ईरान में हिजाब पर बवाल जारी

इससे पहले हिजाब विरोधी प्रदर्शन के दौरान एक खुले बालों को बांधती लड़की की तस्वीर भी वायरल हुई थी. बाद में उसकी भी गोली मारकर हत्या कर दी गई. उस लड़की का नाम हदीस नजफी था जो ईरान में टिकटॉक और इंस्टाग्राम का पॉपुलर चेहरा थी. अब इसी कड़ी में 17 वर्षीय Nika Shakarami की भी हत्या हुई है. उसकी नाक तोड़ी गई है और सिर कुचल दिया गया.

जानकारी के मुताबिक जब विरोध प्रदर्शन के बाद निका गायब हो गई थी, तब उसके परिवार ने हर तरफ उसकी खोज की थी. डिटेंशन सेंटर से लेकर पुलिस थानों तक, हर जगह उसे ढूंढने का प्रयास किया गया. फिर 29 सितंबर को पुलिस ने जानकारी दी कि उन्हें Nika Shakarami का शव मिला है. महसा अमिनी के बाद निका की इस हत्या ने पहले से चल रहे विरोध प्रदर्शन को और ज्यादा उग्र कर दिया है. अब तक इस प्रदर्शन में कम से कम 92 लोगों की मौत हो चुकी है.

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लेकिन इस सब के बावजूद भी दुनियाभर में ईरानी महिलाओं के हक को लेकर प्रदर्शन तेज होता जा रहा है. दुनियाभर में सोशल मीडिया पर हिजाब जलाती और बाल काटती महिलाओं की तस्वीरें छाई हुई हैं. कई जगहों पर इन प्रदर्शनों में पुरुष भी शामिल हुए और सरकार के विरोध में इटली के प्रोटेस्ट सॉन्ग बेला चाओ का परशियन वर्जन गाकर विरोध जताया.

कैसे शुरू हुआ ये विवाद?

वैसे इस प्रदर्शन की शुरुआत 22 साल की महसा अमिनी हैं. महसा अमिनी अब इस दुनिया में नहीं हैं. 16 सितंबर को उनकी मौत हो गई. महसा अमिनी को 13 सितंबर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. आरोप था कि तेहरान में अमिनी ने सही तरीके से हिजाब नहीं पहना था. जबकि ईरान में हिजाब पहनना जरूरी है. अमिनी को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले जाया गया. वहां तबीयत बिगड़ी तो अमिनी को अस्पताल ले जाया गया. तीन दिन बाद खबर आई कि अमिनी की मौत हो गई. 

 

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