
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान के परमाणु हथियारों को लेकर खफा हैं. वह ईरान को दो टूक कह चुके हैं कि अगर ईरान के साथ परमाणु डील पर सहमति नहीं बनती है तो तेहरान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस पर अब ईरान ने ट्रंप को जवाब दिया है.
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खान खामेनेई के सलाहकार अली लारिजानी ने सोमवार को कहा कि अगर अमेरिका या उनके सहयोगी देश अगर ईरान पर हमला करते हैं तो हमारे पास अपनी रक्षा के लिए परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा.
उन्होंने कहा कि हम परमाणु हथियारों की ओर नहीं बढ़ रहे लेकिन अगर आप ईरान के परमाणु मुद्दे को लेकर कुछ गलत करेंगे तो हमें अपनी रक्षा के ऐसे कदम उठाने होंगे जो भारी पड़ेंगे.
लारिजानी ने कहा कि ईरान ऐसा करना नहीं चाहता लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं होगा. अगर अमेरिका खुद से या इजरायल के जरिए हम पर बमबारी करेगा तो ईरान को बड़े फैसले लेने होंगे.
बता दें कि ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि अगर ईरान ने परमाणु डील को लेकर सहमति नहीं जताई तो उसका माकूल जवाब दिया जाएगा. इसके जवाब में खामेनेई ने कहा था कि अमेरिका को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.
इससे पहले ट्रंप ने मार्च में खामेनेई को चिट्ठी लिखकर चेतावनी दी थी कि तेहरान को या तो नए सिरे से बातचीत के लिए सहमत होना पड़ेगा वरना सैन्य टकराव झेलना पड़ेगा. ईरान ने अमेरिका के प्रस्ताव को सीधे तौर पर खारिज कर दिया था. ईरान ने कहा था कि तेहरान वाशिंगटन के साथ सीधी बातचीत नहीं करेगा.
बता दें कि ट्रंप के पहले कार्यकाल में ही 2018 में अमेरिका ने ईरान के साथ हुआ परमाणु समझौता तोड़ दिया था. लेकिन अब दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ईरान से समझौता करना चाहते हैं. मार्च की शुरुआत में एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा था कि मैं ईरान के साथ बातचीत करके समझौता करना पसंद करूंगा. उनके पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते.
वहीं, ईरान साफ कर चुका है कि अमेरिका से कोई सीधी बातचीत नहीं होगी.7 फरवरी को खामेनेई ने कहा था कि अमेरिका के साथ बातचीत करना 'समझदारी भरा और सम्मानजनक नहीं है.