
फ्रांस की विवादित मैगजीन शार्ली हेब्दो में ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई का ऐसा कार्टून छपा है, जिस पर विवाद हो गया है. कार्टून से भड़के ईरान ने फ्रांस को अपनी हद में रहने की सलाह दी है. ईरान ने कहा है कि उनके किसी भी धार्मिक या राजनीतिक लीडर की बेइज्जती नहीं सही जाएगी. इसके साथ ही ईरान ने फ्रांस के राजदूत को भी तलब किया है. दूसरी ओर, फ्रांस की ओर से अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन ने ट्वीट करते हुए फ्रांस को चेतावनी दी. ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि, ''ईरान के धार्मिक और राजनीतिक नेतृत्व के खिलाफ फ्रेंच पब्लिकेशन के अपमानित और बेइज्जती करने वाले इस रवैये का जवाब दिया जाएगा.''
ईरान के विदेश मंत्री ने आगे कहा कि, 'फ्रांस सरकार अपनी हद में रहे. फ्रांस की सरकार ने निश्चित रूप से गलत रास्ता चुन लिया है. इससे पहले भी हम इस पब्लिकेशन को प्रतिबंधित लिस्ट में शामिल कर चुके हैं.''
तेहरान में फ्रेंच राजदूत तलब
शाली हेब्दो में छपे विवादित कार्टून को लेकर ईरान सरकार ने तेहरान में फ्रेंच राजदूत निकोलस रोश को भी तलब किया है. ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी है.
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासेर कनानी ने कहा कि, ''अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर मुस्लिम देशों की पवित्रता का अपमान करने का फ्रांस को कोई अधिकार नहीं है. फ्रेंच पब्लिकेशन की इस हरकत के खिलाफ फ्रांस सरकार की जवाबदेही और कार्रवाई का ईरान सरकार को इंतजार है."
गलती मानने को तैयार नहीं शार्ली हेब्दो मैगजीन
ईरान की कड़ी प्रतिक्रिया के बावजूद शार्ली हेब्दो मैगजीन ने झुकने से इनकार कर कर दिया है. मैगजीन की ओर से कहा गया है कि यह सिर्फ ईरान में चल रहे प्रदर्शनों की सच्चाई दिखाने की एक कोशिश है.
विवादित कार्टून को लेकर मैगजीन पब्लिकेशन डायरेक्टर की ओर से कहा गया कि, ''1979 से ईरान में जो विचारधारा लोगों को प्रताड़ित कर रही है, उससे आजादी पाने के लिए जो लोग अपनी जान हथेली पर लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें समर्थन देने का यह हमारा एक तरीका है.''
शार्ली हेब्दो में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छपने पर हो चुका है विवाद
शाली हेब्दो मैगजीन में छपने वाले कार्टून कई बार विवादों से घिर चुके हैं. सबसे ज्यादा विवाद उस समय हुआ था, जब मैगजीन में इस्लाम के आखिरी नबी कहे जाने वाले पैगंबर मोहम्मद का विवादित कार्टून छापा गया था.
इस मामले में ना सिर्फ इस्लामिक राष्ट्रों ने विरोध और नाराजगी जताई थी बल्कि दुनिया भर के कई देशों में मुस्लिम लोगों ने जमकर प्रदर्शन भी किया था. उसी समय काफी देशों ने इस मैगजीन को प्रतिबंधित लिस्ट में डाल दिया था.