
ईरान ने शनिवार की आधी रात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए हैं. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए हैं, जिनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं. ईरान के हमले के बाद इजरायली सेना ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर सेना को हाई अलर्ट कर दिया है. ईरान ने अपने हमले को ऑपरेशन टू प्रॉमिस का नाम दिया है. अब ईरानी आर्मी चीफ ने इजरायल को जवाबी हमले करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है.
ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ, मेजर जनरल मोहम्मद बकेरी का कहना है कि ईरान ने कब्जे वाले क्षेत्रों पर अपने जवाबी हमले पूरे कर लिए हैं. अगर इजरायली सरकार जवाब देता है तो उस इसके कड़े परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है.
बकेरी ने रविवार सुबह कहा, हमारे नजरिए से ऑपरेशन खत्म हो गया है, लेकिन हमारे सशस्त्र बल तैयार हैं और जरूरत पड़ने पर हम कार्रवाई करेंगे.
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बहुत मजबूत है हमारा राष्ट्र: बेंजामिन नेतन्याहू
ईरानी हमलों पर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमने देश के डिफेंस सिस्टम को काम पर लगा दिया है. हम किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. हमारा राष्ट्र बहुत मजबूत हैं. IDF बहुत मजबूत है और सबसे जरूरी हमारे लोग बहुत मजबूत हैं.इस संकट की घड़ी में हमारा साथ देने वाले अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित सभी देशों की सराहना करता हूं.
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भारत ने जताई चिंता
भारत ने इजरायल पर ईरान के हमले पर गहरी चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस हमले के बाद भारत ने भी बयान जारी किया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इजरायल और ईरान के बीच बढ़ती शत्रुता से गंभीर रूप से चिंतित हैं, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया. हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं. हम मौजूदा हालात पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. इस क्षेत्र में मौजूद हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं. यह बहुत अहम है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे. ईरान और इजरायल दोनों को कूटनीति के जरिए मुद्दों को हल करना चाहिए.
बता दें कि एक अप्रैल को इजरायल ने सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया गया था. इस हमले में ईरान के टॉप कमांडर सहित कई सैन्य अधिकारियों की मौत का दावा किया गया था. ईरान ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि, अभी तक इजरायल की ओर से इस पर अभी तक किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.