
आतंकवादी गुट अलकायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान के एबटाबाद में छिपे होने की जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को नहीं थी. पाकिस्तानी अखबार 'द न्यूज' की रिपोर्ट के मुताबिक, शीर्ष स्तर के एक सुरक्षा अधिकारी (सेवानिवृत्त) ने बताया कि आईएसआई के पास ओसामा बिन लादेन के एबटाबाद में होने की जानकारी नहीं थी.
रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में एक टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान वाशिंगटन में कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से मिली जानकारी से CIA को ओसामा बिन लादेन के करीब पहुंचने में मदद मिली.
नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर सेवानिवृत्त अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान अपने रुख पर कायम है कि आईएसआई को ओसामा के पाकिस्तान में होने की जानकारी नहीं थी. वहीं, इमरान खान ने कहा कि ISI ने CIA को जानकारी दी जिससे अमेरिका को 2011 में आतंकी गुट के सरगना का पता लगाने और उसे मारने में मदद मिली.
रिपोर्ट के अनुसार, खान के बयान से विवाद पैदा हो गया है और कई राजनेताओं ने इमरान के इस दावे की आलोचना की है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि ISI के जानकारी देने के संबंध में प्रधानमंत्री का बयान संभव है कि पहले से ज्ञात तथ्य के संदर्भ में हो कि पाकिस्तान ने लादेन के सहयोगी अबू अहमद अली कुवैती द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर की जानकारी साझा की थी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि डॉन में प्रकाशित एक खबर के अनुसार, सीआईए ने 2009 से लेकर 2010 के दौरान पाकिस्तान को 4 फोन नंबर दिए थे लेकिन यह नहीं बताया कि वह किसकी तलाश कर रही है. ये नंबर हमेशा बंद रहते थे.