
इज़राइल और हमास के बीच जंग जारी है. इजरायल ने रविवार तड़के दक्षिणी गाजा पर हवाई हमले किए साथ ही कहा कि वह एन्क्लेव के उत्तर में अपने हमले और तेज करेगा. क्योंकि अमेरिका भोजन, पानी, दवाओं और ईंधन से जूझ रहे फिलिस्तीनियों को सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है. फिलिस्तीनी मीडिया ने बताया कि दक्षिणी गाजा शहर खान यूनिस में इजरायली हमले में कम से कम 11 फिलिस्तीनी मारे गए. फ़िलिस्तीनी मीडिया दक्षिणी शहर राफ़ा पर इजरायल के हमले की बात कही है.
इजरायल ने रात भर किया हमला
ये हमले रात भर किए गए. इससे पहले इजरायली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने गाजा के लोगों को दक्षिण की ओर चले जाने के लिए कहा था. इस आह्वान के कुछ घंटों बाद ही हमले हो गए. हागारी ने शनिवार को इजरायली पत्रकारों को एक ब्रीफिंग में कहा, आप अपनी सुरक्षा और खैरियत के लिए दक्षिण की ओर बढ़ें. हम गाजा सिटी के क्षेत्र में हमला करना जारी रखेंगे और हमले बढ़ाएंगे." उधर सहायता के लिए गाजा पट्टी में पहली फ्लीट पहुंच चुकी है. 20 ट्रकों के इस काफिले में जीवन रक्षक आपूर्ति शामिल है जो फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट को दी जाएगी. लंबे समय से इज़राइल के कट्टर समर्थक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कई दिनों की गहन बातचीत के बाद सहायता के आगमन पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका राफा सीमा पार से अधिक सहायता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
आतंकी समूहों को हथियार देना बंद करे ईरान
संयुक्त राज्य अमेरिका ने शनिवार देर रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का एक मसौदा प्रस्तावित किया जिसमें कहा गया है कि इज़राइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है. प्रस्ताव में यह भी मांग की गई है कि ईरान "पूरे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले मिलिशिया और आतंकवादी समूहों" को हथियार निर्यात करना बंद कर दे.
जमीनी लड़ाई होने का बना हुआ है खतरा
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि जवाब में इजरायल के हवाई और मिसाइल हमलों में सैकड़ों बच्चों सहित कम से कम 4,385 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और क्षेत्र के दस लाख से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं. गाजा में तत्काल युद्धविराम की मांग को लेकर शनिवार को लगभग 100,000 लोग मध्य लंदन में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन में शामिल हुए और ब्रिटिश राजधानी से होते हुए मार्च निकाला. शनिवार को इजरायली सेना के जारी किए गए एक वीडियो में, चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने सैनिकों से कहा: "हमास के कार्यकर्ताओं और हमास के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए हम गाजा पट्टी में जा रहे हैं. इसके बाद से जमीनी हमले का खतरा मंडराने लगा है.