
इजरायल ने दावा किया है कि हिजबुल्लाह ने बेरूत के एक अस्पताल के नीचे एक गुप्त बंकर में 50 करोड़ डॉलर (42 अरब 3 करोड़ 82 लाख 49 हजार 750 रुपये) का सोना और नकदी छिपा रखा है. बंकर को पहले हिज्बुल्लाह का मुखिया हसन नसरल्लाह चलाता था जिसकी इजरायली हमले में मौत हो गई है.
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने बंकर का एक ग्राफिक फोटो और एक वीडियो जारी किया है. साथ ही यह भी कहा है कि इजरायल इसे निशाना बनाने की प्लानिंग नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा है कि बंकर चूंकि एक अस्पताल के नीचे है इसलिए वो इसे निशाना नहीं बना रहा.
उन्होंने कहा, 'बंकर को जानबूझकर एक अस्पताल के नीचे बनाया गया है और इसमें आधे अरब डॉलर से अधिक नकदी और सोना रखा हुआ है. उस पैसे का इस्तेमाल लेबनान के पुनर्वास के लिए किया जा सकता था, लेकिन वह हिजबुल्लाह के पुनर्वास के लिए चला गया.'
हगारी ने लेबनानी अधिकारियों से हिज्बुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई करने और बंकर का निरीक्षण करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, 'मैं लेबनानी सरकार, लेबनानी अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से अपील करता हूं कि हिज्बुल्लाह को आतंक फैलाने और इजरायल पर हमला करने के लिए बंकर में रखे पैसे का इस्तेमाल न करने दें.
आईडीएफ ने हमास के साथ मिलकर हिजबुल्लाह पर हथियार छिपाने और लड़ाकों को शरण देने के लिए अस्पतालों, स्कूलों और अन्य संवेदनशील स्थलों का उपयोग करने का आरोप लगाया है.
हगारी ने यह भी बताया कि ईरान किस प्रकार हिजबुल्लाह के ऑपरेशन के लिए पैसे दे रहा है. इसमें हिजबुल्लाह की वित्तीय शाखा अल-कर्द अल-हसन भी शामिल है जो नागरिकों को सेवाएं देती है और अपने कार्यकर्ताओं को वेतन देती है.
हगारी ने दावा किया कि लेबनानी लोग और ईरान की सरकार हिज्बुल्लाह की आय के दो मुख्य स्रोत हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि हिज्बुल्लाह को सीरिया से नकद पैसे मिलते हैं और ईरान से होकर लेबनान में तस्करी किया सोना भी उसकी आय का स्रोत है.
बंकर में सोने के लिए बिस्तर और कमरे भी
उन्होंने कहा कि बंकर दो अन्य इमारतों से जुड़ा हुआ है, जिनका उपयोग बंकर में प्रवेश और उससे निकलने के लिए किया जाता है. आईडीएफ के अनुसार, बंकर में लंबे समय तक रहने के लिए बिस्तर और कमरे हैं, जो ऑपरेशन के लिए कमांड सेंटर के रूप में काम करते हैं.
उन्होंने लेबनान के लोगों से अपील की कि वे हिजबुल्लाह को अस्पताल के नीचे अपना धन जमा न करने दें. हगारी ने कहा कि इजरायल की लड़ाई नागरिकों के खिलाफ नहीं बल्कि ईरान समर्थित आतंकवादी समूह के खिलाफ है जो इजरायल पर हमले करते समय लेबनानी लोगों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है.
उन्होंने कहा, 'हमारा युद्ध लेबनान के नागरिकों के खिलाफ नहीं है - बल्कि एक जानलेवा आतंकवादी संगठन के खिलाफ है जो हथियार जमा कर रहा है और ईरान के साथ जुड़ा हुआ है.'
इस बीच, हगारी ने दावा किया कि इजरायल ने सोमवार को हिजबुल्लाह के बंकर पर हमला किया, जिसमें करोड़ों डॉलर की नकदी और सोना रखा हुआ था.