
इजरायल और हमास की जंग में एक नया खुलासा हुआ है. इजरायली सेना का दावा है कि हमास हनीट्रैप के जरिए उनके सैनिकों को फंसाकर खुफिया जानकारी हासिल करने में जुटा है. आईडीएफ ने ऐसे ही सोशल मीडिया प्रोफाइल नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है.
आईडीएफ का दावा है कि इन प्रोफाइल को ईरान की अगुवाई में इजरायल और पश्चिमी देश विरोधी गठबंधन द्वारा ऑपरेट किया जा रहा है. इस दौरान हनीट्रैप के लिए महिलाओं की तस्वीरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. महिलाओं की तस्वीरों वाली प्रोफाइल के जरिए इजरायली सैनिकों को लुभाया जा रहा है. इस दौरान वॉयस रिकॉर्डिंग और वीडियो कॉल के जरिए आईडीएफ सैनिकों से संपर्क साधा जाता है और उनसे हमास के लिए जानकारी हासिल करने की कोशिश की जाती है.
आईडीएफ का कहना है कि इन फेक प्रोफाइल की विश्वसनीयता को मजबूत करने के लिए इन महिलाओं के फेक माता-पिता, भाई-बहन और दोस्तों की प्रोफाइल भी तैयार की जाती है ताकि किसी को शक नहीं हो.इन फेक अकाउंट्स को बैन करने के लिए इजरायल सरकार सोशल मीडिया साइट्स के संपर्क में है.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. इसके तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. इन दो हफ्तों की जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है.
इजरायल और हमास जंग में मरने वालों फिलिस्तीनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 8306 हो गई है. अब तक गाजा के 23 लाख में से आधे नागरिकों ने अपना घर छोड़ दिचा है. इस जंग में 1400 से अधिक लोग घायल हुए हैं. हमास के लड़ाकों ने 200 से ज्यादा नागरिकों को बंधक बनाकर रखा है. हमास का दावा है कि इजरायली बमबारी में 50 से ज्यादा बंधकों की मौत हो गई है.