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जिस म्यूजिक फेस्टिवल में हमास ने किया खूनी खेल, इजरायल के उस आखिरी गांव तक पहुंचा आजतक  

हमास के लड़ाकों ने इजरायल के जिस म्यूजिक फेस्टिवल में शामिल हुए लोगों पर हमला किया था, जिसके बाद हमास-इजरायल युद्ध शुरू हो गया, आजतक की टीम भी इजरायल के उस आखिरी तक पहुंची है.

हमास के लड़ाकों ने इसी जगह पर किया था खूनी खेल (फोटो- आजतक) हमास के लड़ाकों ने इसी जगह पर किया था खूनी खेल (फोटो- आजतक)
आशुतोष मिश्रा
  • तेल अवीव, इजरायल,
  • 16 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 6:39 AM IST

इजरायल पर फिलिस्तीन के आर्म्स ग्रुप हमास ने बीते शनिवार को ग्लाइडर के जरिए हवाई मार्ग से हमला किया था. आजतक इजरायल के उस आखिरी गांव तक पहुंच गया. बीयर शीवा इलाके में रिम नाम के इस गांव को हिब्रू भाषा में किबुत्ज कहा जाता है यानी वह कस्बा जहां बहुत कम आबादी रहती है.  

खुले मैदानी पठारों और एक तरफ हल्के घने जंगलों वाला यह इलाका गाजा की सीमा के बेहद नजदीक है. हमास के हमले के बाद अब इस पूरे इलाके में इजरायल की सेना ने डेरा डाल दिया है और बख्तरबंद गाड़ियों के साथ इसराइल सेना के टैंक लगातार यहां गश्त कर रहे हैं.  

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रास्ते भर टैंकों की धूल सड़क पर एक घना पर्दा बना देती है. जगह-जगह सेना और पुलिस के चेक पॉइंट हैं, जहां आम लोगों के आने-जाने रोक लगी हुई है.‌ इसरायल सरकार द्वारा मान्यता दिए गए पत्रकारों को ही इस इलाके में प्रवेश दिया जा रहा है. पूरी तलाशी के बाद आजतक संवाददाता की गाड़ी भी आगे बढ़ी. आगे कई स्क्वायर किलोमीटर का खुला हुआ बड़ा मैदान था, जहां  फेस्टिवल मनाया जा रहा था और यहीं पर हमास के लड़ाके उतरे और अंधाधुंध गोलियां चलाईं.  

इस फेस्टिवल में आए कई युवाओं के जूते-कपड़े और हिंसा के निशान आज भी जहां-तहां जिंदा हैं. गाड़ियों में गोलियों के निशान तो खून के धब्बे बिखरे पड़े हैं. रेइम के आगे ओफाकीम इलाके का आखिरी गांव ‌है और गाजा से सटा हुआ इजरायल का यह आखिरी गांव था. चेक पॉइंट को पार करते ही इजरायल की सेवा ने आज तक संवाददाता को रोका और बताया कि यहां उतरना सुरक्षित नहीं है क्योंकि यहां पर कुछ आतंकियों के घुसपैठ करने की जानकारी मिली है और अब यहां एक बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है.  

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इसी दौरान अचानक गोलियां और टैंक की आवाज सुनाई देती है. इस चेक पॉइंट से आजतक की टीम पीछे हटती है. टैंकों की गड़गड़ाहट और फाइटर जेट ऊपर हवा में गर्जना करते हैं. इसी इलाके में इजरायल की सेना ने एक बड़ा बेस बनाया है जिसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती.  

इस बेस कैंपर इजरायल की सेवा के लिए सैकड़ों बख्तर बंद गाड़ियां और टैंक खड़े हैं जो गाजा में प्रवेश के लिए एकइलिमिटाइजेशन कर रहे हैं. इस इलाके में स्थानीय लोग अपनी सेवा की मदद के लिए खाने-पीने का सामान लेकर पहुंचने लगे हैं. इजरायल की सेना को उनकी आवश्यकता अनुसार हर तरह का खाना स्थानीय लोग मुहैया करा रहे हैं और यहीं पर भोजन भी पका रहे हैं. ज्यादातर लोग रिजर्व सी में शामिल हो गए हैं तो जो रिजर्व में नहीं जा सकते वह अपने तरीके से इस युद्ध में इजरायल की सेवा का साथ दे रहे हैं. 

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