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इजरायल-हमास की जंग से अब महायुद्ध की आहट! गाजा से उठी आग की चपेट में आएंगे ये देश

हमास और इजरायल युद्ध के बीच डर इस बात का है कि किसी भी वक्त ये जंग दुनिया को अपनी चपेट में ले सकती है, क्योंकि अब इस युद्ध में दुनिया की 2 महाशक्तियां अमेरिका और रूस कूद पड़ी हैं. यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस का रुख बहुत आक्रामक था, लेकिन गाजा युद्ध में बाइडेन का रुख बहुत सख्त है.

इजरायल-हमास की जंग में अब कई देश कूद गए हैं इजरायल-हमास की जंग में अब कई देश कूद गए हैं
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 11:50 PM IST

इजरायल और हमास के बीच 14 दिन से जारी युद्ध के अब महायुद्ध में बदलने के कई संकेत दस्तक देने लगे हैं. युद्ध की चिंगारी में महायुद्ध की तैयारी वाली आशंकाओं के बीच सवाल ये है कि बेगुनाहों की मौत कैसे रुकेगी. गाजा में अब चर्च और मस्जिद पर रॉकेट गिरा है. इससे पहले अल-अहली अस्पताल पर हमला हुआ था. गाजा में रहने वाले लोग पूछ रहे हैं कि वो कहां खुद को सुरक्षित समझें? 

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हमास और इजरायल युद्ध के बीच डर इस बात का है कि किसी भी वक्त ये जंग दुनिया को अपनी चपेट में ले सकती है, क्योंकि अब इस युद्ध में दुनिया की 2 महाशक्तियां अमेरिका और रूस कूद पड़ी हैं. यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस का रुख बहुत आक्रामक था, लेकिन गाजा युद्ध में बाइडेन का रुख बहुत सख्त है. अमेरिका ने भूमध्यसागर में इजरायल की मदद के लिए दो युद्धपोत तैनात किए तो रूस ने ब्लैक SEA में विध्वंसक मिसाइल से लैस लड़ाकू विमानों की तैनाती कर दी. इस वक्त दुनिया महायुद्ध के मुहाने पर खड़ी है.

इन 10 संकेतों से समझें महायुद्ध की आहट

1- 14 दिन के युद्ध में अब तक गाजा में 4137 और इजरायल में 1400 से ज्यादा लोगों की जान गई है. 

2- 14 दिन के भीतर इजरायल पर हमास 7 हजार रॉकेट अटैक कर चुका है, जबकि इजरायल करीब 9 हजार बम गाजा पर गिरा चुका है. 

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3- 14 दिन के युद्ध के बाद दावा किया जा रहा है कि गाजा के 30 फीसदी घर पूरी तरह खत्म हो चुके हैं.

4- हमास के अब तक 9 कमांडर को इजरायल ढेर कर चुका है, आज नेवल कमांडर को एयर स्ट्राइक में मार गिराया, जो 7 अक्टूबर के हमले में भी शामिल था.

5- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमास से रूस की तुलना की है, कहा कि दोनों ही पड़ोस के लोकतंत्र को नष्ट करने पर तुले हैं. 

6- अमेरिका ने अपने नागरिकों को अलर्ट कर दिया है कि विदेश में यात्रा करने के दौरान सावधानी बरतें.

7- पहली बार सऊदी अरब का बयान आया है. क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा है कि गाजा में सेना का हमला रुके. 1967 में जितना फिलिस्तीन था, उतना ही फिर से स्थापित हो तो शांति आएगी. 

8-  लीबिया ने कहा है कि बॉर्डर खुलवा दो तो फिर गाजा में हमास को लड़ने के लिए हथियार और लीबिया से लड़ाके दोनों भेज दें.

9- इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा कि हमास को खत्म करने के बाद सेना का गाजा को कंट्रोल में लेने का कोई प्लान नहीं है.

10- इजरायल की सेना ने दावा किया कि गाजा में बंधक अभी सुरक्षित हैं और जीवित हैं, जबकि हमास दावा कर चुका है कि 22 बंधक इजरायली गोलाबारी में मारे जा चुके हैं.

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पहले और दूसरे वर्ल्ड वॉर में कौन किस तरफ था?

माना जा रहा है कि गाजा का युद्ध तो चिंगारी है, असली महायुद्ध की आगे तैयारी है. पहले विश्वयुद्ध में फ्रांस, रूस, ब्रिटेन, अमेरिका एक तरफ थे, तो दूसरी तरफ जर्मनी, ऑस्ट्रिया, ऑटोमन साम्राज्य, बुल्गारिया थे. जबकि दूसरे वर्ल्ड वॉर में जर्मनी, इटली, जापान एक तरफ थे, तो फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका और सोवियत संघ दूसरी तरफ थे. लेकिन तीसरा विश्वयुद्ध कहें या फिलहाल विश्वयुद्ध ना कहकर सिर्फ दुनिया के कई देशों का आपसी महायुद्ध कहें तो क्या वो गाजा से उठी चिंगारी के बीच होगा? जहां एक तरफ होंगे इजरायल, अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश और दूसरी तरफ फिलिस्तीन, ईरान, अरब देश, रूस. संभव है इस लिस्ट में  चीन भी शामिल हो जाए. अभी ये बातें महज संकेतों के आधार पर हैं. वो संकेत जो युद्ध के 14 दिन बाद अब चिंता पैदा कर रहे हैं.

ये देश युद्ध की आड़ में निकाल रहे पुरानी भड़ास

रूस ईरान के लिए बयान देता है, तो ईरान गाजा और फिलिस्तीन के लिए बोलता है. अमेरिका जब ईरान के मिसाइल प्रोग्राम पर बैन लगाता है, तो चीन इसे अवैध बताता है. यानी इजरायल-हमास युद्ध की आड़ में क्या सब अपनी पुरानी तनातनी का बदला लेने वाले बयान देने में जुटे हैं.

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टू वॉर फ्रंट की तैयारी कर रहा इजरायल

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अब सीधे लेबनान बॉर्डर के पास मौजूद अपने सैनिकों के बीच पहुंचते हैं. नेतन्याहू का लेबनान बॉर्डर के पास पहुंचना इजरायली सेना के उस निश्चय की पुष्टि करता है, जिसमें कहा गया कि टू वॉर फ्रंट यानी गाजा और लेबनान पर लड़ने के लिए सेना तैयार है. इजरायली डिफेंस फोर्सेस के प्रवक्ता पीटर लर्नर कहते हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो हम 2 मोर्चों पर लड़ने के लिए तैयार हैं. हमारे पास ऐसा करने की क्षमता है. हम इसे और भी मोर्चों पर कर सकते हैं. मेरा सुझाव है कि लेबनान हमारे लोगों पर हमला करने से हिज्बुल्लाह को कंट्रोल करे.

यूक्रेन-ताइवान के बाद अब इजरायल की मदद कर रहा US

युद्ध के महायुद्ध में बदलने का एक बड़ा संकेत ये भी है कि अमेरिका ने इजरायल की मदद के लिए स्पेशल फंड देने का ऐलान किया है. जब रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हुआ तो यूक्रेन को हथियार अमेरिका ने दिए. जब चीन ताइवान में तनाव हुआ तो ताइवान को हथियार अमेरिका ने दिए. अब इजरायल को भी हथियारों की कमी ना होने देने के लिए स्पेशल फंड का ऐलान इजरायल से लौटने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कर दिया है. अमेरिका ने हथियारों की भी नई खेप इजरायल भिजवा दी है.

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अमेरिका इजरायल भेज रहा 2 आयरन डोम

जिस आयरन डोम यानि मिसाइल रॉकेट अटैक से बचाने वाले सिस्टम के जरिए इजरायल दावा करता है कि वो फिलिस्तीन के 97 फीसदी रॉकेट अटैक से बचता रहा है, ऐसे 2 आयरन डोम सिस्टम अमेरिका इजरायल को भेज रहा है, ताकि इजरायल अभी इस युद्ध के वक्त अपनी और सुरक्षा कर सके.

रूस-अमेरिका आए आमने-सामने

18 अक्टूबर को अमेरिका ने आर्म्ड व्हीकल की एक बड़ी खेप इजरायल को भेज दी थी, ताकि युद्ध में इजरायल की जो बख्तरबंद गाड़ियां नष्ट हुई हैं. उनकी वजह से कोई कमी अब लड़ाई में इजरायल को महसूस ना हो. युद्ध के महायुद्ध में बदलने का एक बड़ा संकेत ये भी है कि जहां अमेरिका ने ईरान के मिसाइल प्रोग्राम पर बैन लगाया, तो चीन ने विरोध करके इसे अवैध बताया. जब अमेरिका ने 2 युद्धपोत भूमध्यसागर में इजरायल की मदद के लिए तैनात किए तो ब्लैक सी में रूस ने किंझल मिसाइल तैनात कर दी.

अमेरिका ने किया अपने नागरिकों को अलर्ट

अगर अमेरिका जब इजरायल के लिए फील्डिंग सेट करता है, तो गाजा के बहाने ईरान के लिए रूस औऱ चीन भी बैटिंग करने लगते हैं. वहीं अमेरिका ने विदेश यात्रा करते नागरिकों को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है तो क्या इसे संकेत ना मानें कि अमेरिका तक को लग रहा है कि युद्ध और बड़ा हो सकता है. जहां अमेरिका ने अपने नागरिकों को कहा है कि मिडिल ईस्ट के माहौल और दुनियाभर में होते प्रदर्शनों के बीच सावधान रहें.

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हमास के खिलाफ बेकाबू हो रही जंग

हमास के खिलाफ जंग बेकाबू होती जा रही है. न अस्पताल सुरक्षित हैं, ना चर्च. 17 अक्टूबर को गाजा के जिस अस्पताल में रॉकेट का धमाका हुआ, वहां सैकड़ों शरणनार्थी भी मौजूद थे. वहीं, गाजा के इस सबसे पुराने चर्च में भी हर धर्म के लोगों ने पनाह ले रखी थी, लेकिन इजरायल की बमबारी में ये भी हमले का शिकार हुआ और दावा है कि 17 लोगों की मौत हो गई.

इजरायल गाजा पर लगातार बरसा रहा बम

अब तक गाज़ा के अंदर 4137 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12,500 लोग घायल हैं. वहीं, इजराइल ने बीती रात गाजा में 100 जगहों पर बम गिराए, इन हमलों में हमास के एक नेवी कमांडर की भी मौत हो गई, जो 7 अक्टूबर को इजराइल में नरसंहार का दोषी था. गाजा में अस्पताल पर बड़े हमले के बाद गुरुवार को सेंट पोर्फिरियस चर्च पर हमला किया गया.  जिसमें 8 लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल हो गए हैं. फिलिस्तीन ने इस हमले की पुष्टि की है. हमास ने भी इसको लेकर बयान जारी किया है और आऱोप लगाया है कि इजरायली फौज ने चर्च को टारगेट किया. पिछले 24 घंटों में इजराइल की बमबारी में करीबी 307 फिलिस्तीनियों की जान गई. UN की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में अब तक 1,524 बच्चे और 1444 महिलाओं की मौत हो चुकी है. इसके अलावा गाजा पट्टी पर करीब 12,845 आवास ऐसे हैं, जो या तो तबाह हो चुके हैं या अब वहां रहना संभव नहीं है. 

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