Advertisement

ईरानी मिसाइल अटैक के बाद ऐसा था इजरायल का माहौल, शेल्टर्स में छिपे भारतीय छात्रों की आपबीती

पृथ्वीराज ने कहा कि हमें ऐसे न्यूज मिल रही है कि सभी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर दिया गया है. तेल अवीव में कुछ घटनाएं हुई हैं. यहां पर भारी संख्या में भारतीय हैं. जब ये सायरन अलार्म बजा तो सभी लोग सेफ स्पेस में आ गए हैं. उन्होंने कहा कि सायरन बजने के बाद बम शेल्टर में जाने के लिए हमें करीब एक से डेढ़ मिनट का वक्त मिलता है.

येरूशलम में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र वीरेंद्र और पृथ्वीराज येरूशलम में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र वीरेंद्र और पृथ्वीराज
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 6:51 AM IST

ईरान ने इजरायल पर सीधा हमला कर दिया है. ईरान की तरफ से एक के बाद एक 150 से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं. इस हमले के दौरान इजरायल का माहौल कैसा था, इसकी आपबीती बताई है इजरायल में रहने वाले भारतीय छात्रों ने... येरूशलम में पढ़ाई कर रहे इंडियन स्टूडेंट पृथ्वीराज ने बताया कि कुछ देर पहले करीब 150 मिसाइल ईरान से दागे गए हैं, हमें नोटिफिकेशन मिला कि तुरंत सेफ रूम में पहुंच जाएं. हम करीब आधे घंटे तक वहीं पर रुके रहे, इसके बाद हमें मैसेज मिला कि शेल्टर होम से बाहर आ सकते हैं.

Advertisement

पृथ्वीराज ने कहा कि जब सायरन बजता है, तो हमें नोटिफिकेशन मिलता है कि कहां मिसाइल गिरने वाली है, इसके बाद हम बम शेल्टर में छिप जाते हैं. उन्होंने कहा कि तेल अवीव के आसपास और येरूशलम में मिसाइलें दागी गई हैं. 

पृथ्वीराज ने कहा कि हमें ऐसे न्यूज मिल रही है कि सभी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर दिया गया है. तेल अवीव में कुछ घटनाएं हुई हैं. यहां पर भारी संख्या में भारतीय हैं. जब ये सायरन अलार्म बजा तो सभी लोग सेफ स्पेस में आ गए हैं. उन्होंने कहा कि सायरन बजने के बाद बम शेल्टर में जाने के लिए हमें करीब एक से डेढ़ मिनट का वक्त मिलता है. 

पृथ्वीराज के अलावा वीरेंद्र शुक्ला भी येरूशलम में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने आजतक से बातचीत में कहा कि हम थोड़ी देर पहले ही बंकर से बाहर आए हैं, हमें पहले ही मैसेज मिल गया था कि आपको शेल्टर के नजदीक ही रहना है तो पहले ही तैयारी कर ली थी, सभी शेल्टर होम खुले हुए थे. जैसे ही सायरन की आवाज आई तो हम बंकर्स में पहुंच गए. जब तक सायरन बजता रहा तब तक हम लोग वहीं पर छिपे रहे. 

Advertisement

वीरेंद्र ने कहा कि ईरान के हमले के दौरान सिचुएशन पैनिक थी, लेकिन इजरायल के पास एडवांस टेक्निक और आयरम डोम इंटरसेप्ट है, जिसकी वजह से हमें दिक्कत नहीं हुई, लेकिन थोड़ी चिंता तो होती ही है. उन्होंने बताया कि मैं पिछले 4 साल से यहां पर हूं तो थोड़ा अभ्यस्त हो गया हूं, क्योंकि पिछले 1 साल से यही सब चल रहा है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement