
इजरायल की वायु सेना ने गाजा (Gaza) में बड़े हमले किए हैं. 17 जनवरी को युद्ध विराम शुरू होने के बाद से यह सबसे बड़ा हमला है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजरायल द्वारा सुबह किए गए हवाई हमलों में करीब 235 लोग मारे गए हैं. इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, "समूह द्वारा युद्ध विराम बढ़ाने के अमेरिकी प्रस्तावों को अस्वीकार करने के बाद इज़रायल ने गाजा में हमास के खिलाफ़ सैन्य अभियान फिर से शुरू कर दिया है."
AP की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने युद्ध विराम को आगे बढ़ाने के लिए चल रही बातचीत में प्रगति की कमी के कारण हमलों का आदेश दिया था. यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि क्या यह ऑपरेशन एक बार की दबाव रणनीति थी या 17 महीने पुराने युद्ध को फिर से शुरू किया जा रहा था.
'बेगुनाह लोगों के खिलाफ...'
हमास के एक अधिकारी ताहिर नुनू ने इजरायली हमलों की आलोचना की है. उन्होंने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का मोरल टेस्ट हो रहा है, या तो वह कब्जे वाली सेना द्वारा किए गए अपराधों की वापसी की अनुमति दे या फिर गाजा में बेगुनाह लोगों के खिलाफ आक्रामकता और जंग को खथ्म करने की प्रतिबद्धता को लागू करे." गाजा में तमाम जगहों पर विस्फोटों की आवाजें सुनी जा सकती थीं और मिडिल गाजा के अल-अक्सा हॉस्पिटल में एम्बुलेंस पहुंच रही थीं."
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युद्ध विराम को लेकर क्या हुआ था?
जंग को रोकने के लिए युद्ध विराम पर सहमति बनने के दो महीने बाद ताजे हमले हुए हैं. छह हफ्ते में हमास ने करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में करीब तीन दर्जन बंधकों को रिहा किया. लेकिन दो हफ्ते पहले युद्ध विराम का पहला चरण खत्म होने के बाद से, दोनों पक्ष करीब 60 बचे बंधकों को रिहा करने और युद्ध को पूरी तरह से खत्म करने के मकसद से दूसरे चरण के साथ आगे बढ़ने के तरीके पर सहमत नहीं हो पाए हैं.
नेतन्याहू ने बार-बार जंग को फिर से शुरू करने की धमकी दी है और इस महीने की शुरुआत में हमास पर दबाव बनाने के लिए घेरे हुए क्षेत्र में सभी खाद्य और सहायता डिलीवरी को रोक दिया.