
इजरायल पर हमास के नृशंस हमले के बाद दोनों देशों में संघर्ष जारी है. इजरायल इस हमले के बाद जवाबी हमला कर रहा है और उसने युद्ध की घोषणा कर दी है. नतीजा, इस वक्त इजरायल, गाजा के आसमान बारूदी धुंध से भरे हैं और जमीन लाशों और मलबों से पटी है. दो दिन पहले तक जहां एक शहरी संरचना थी, लोग आराम से आवाजाही कर रहे थे, अपने काम निपटा रहे थे, दोस्तों से मिल रहे थे. बच्चे स्कूल जा रहे थे. फिजा में सुकून-संगीत था और कईयों के मनमें फ्यूचर प्लानिंग जैसी बातें थीं, आज वहां खून ही खून है, शोर है, चीत्कार है और लगातार बहे जा रहे आंसू हैं.
इजरायल-गाजा में गूंज रही चीत्कार
किसी का बाप, जो धमाकों से पहले उसके बगल में बैठा था, वह चीथड़ों में बदलकर मलबे में मिल गया. किसी बेटी की शैतानियों से घर गुलजार था, लेकिन अब वो लापता है. पत्नी को नहीं पता पति जिंदा बचा या मर गया और ऐसे ही बूढ़ी दादियां जो भाग्य से बच तो गई, लेकिन यही उनका दुर्भाग्य बन गया कि वह क्यों बच गईं, वह उन परिवार वालों के साथ क्यों नहीं मर गईं, जो अब नहीं रहे.
आपबीती सबरीन की, बच्चे कहां गए पता नहीं
इजरायल के कई शहर और गाजा ऐसी ही जिंदा कहानियों का गढ़ बन चुके हैं. जहां हर एक पल में एक इमारत हमले से ढेर हो जाती है और कई जिंदगियां उन्हीं के मलबों में दफ्न. गाजा में ऐसी ही एक शख्स सबरीन अबू दक्का बचा तो ली गई हैं, लेकिन उनके लिए ये खुशी की वजह नहीं है, क्योंकि उन्हें अस्पताल में पता चला कि उनके तीन बच्चे मारे गए, दो घायल हो गए और छठवां बच्चा कहां है, वह सिर्फ सवाल बनकर रह गया है. सबरीन को खान यूनिस में गिरे मकानों के मलबों से निकाला गया था.
'मैं घर पर थी, एक विस्फोट हुआ और सब खत्म'
अपनी रुंधी और रो-रोकर कमजोर हो चुकी आवाज में उन्होंने कहा, "मैं घर पर थी और अचानक, हमने एक आवाज सुनी और सब कुछ हमारे सिर पर गिर गया, मेरे बच्चे मेरे बगल में थे. उसने मलबे के नीचे से अपने बच्चों को बुलाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. उन्होंने बताया कि कैसे नागरिक सुरक्षा कर्मियों ने धीरे-धीरे मलबा हटाया. "उन्हें इस काम में तीन घंटे लग गए.
'इजरायल से नहीं मिली कोई चेतावनी'
गाजा पर इजरायली हवाई हमले हमास के हमले के तुरंत बाद शुरू हुए और रात भर और रविवार तक जारी रहे, जिसमें समूह के कार्यालयों और प्रशिक्षण शिविरों के साथ-साथ घरों और अन्य इमारतों को नष्ट कर दिया गया. अबू दक्का और हवाई हमलों में नष्ट हुए तीन अन्य घरों के निवासियों ने कहा कि उन्हें इज़राइल से कोई पूर्व चेतावनी नहीं मिली थी,
गाजा में 313 फिलिस्तीनी मारे गए
उन्होंने कहा कि यह बमबारी के पिछले दौर से अलग था, जिसके दौरान इज़रायली सुरक्षा बलों ने निवासियों को हमले से पहले खाली करने के लिए कहा था. फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि शनिवार से गाजा में इजरायली हवाई हमलों में 20 बच्चों सहित कम से कम 313 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और लगभग 2,000 घायल हुए हैं.
हमास के हमले के बदला लेगा इजरायल
इज़रायल ने कहा कि वह फ़िलिस्तीनी समूह हमास के इस हमले का बदला लेगा, जिसने शनिवार को इज़रायली शहरों में तोड़फोड़ की, जिसमें कम से कम 250 इज़रायली मारे गए और दर्जनों को बंधक बना लिया गया. हमास नेता इस्माइल हानियेह ने कहा कि गाजा में जो हमला शुरू हुआ था, उससे यह पट्टी जो 2.3 मिलियन फिलिस्तीनियों का घर है, वेस्ट बैंक और यरूशलेम तक फैल जाएगी. गज़ावासी 16 वर्षों से इज़रायली नाकाबंदी के तहत रह रहे हैं.
इजरायली युवती का अपहरण, रो रहा पिता
उधर, फिलिस्तीनी लोगों द्वारा अपहरण कर गाजा पट्टी ले जाई गई इजरायली युवती के पिता लगातार रोए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अपनी बेटी के लिए उनका दिल रो रहा है. नोआ अरगामनी को शनिवार सुबह (7 अक्टूबर) को उसके प्रेमी के साथ पकड़ लिया गया था.
इस दौरान हमास के बंदूकधारियों ने इज़रायली कस्बों में 600 लोगों की हत्या कर दी थी और दर्जनों लोगों का अपहरण कर लिया था. यह कपल रीम के इज़राइली किबुत्ज़ के पास एक आउटडोर डांस पार्टी में शिरकत करने गया था.
कई लोग लापता, इजरायली पुलिस से पूछ रहे पता
अरगामनी के दोस्तों और परिवार ने उसे सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में पहचान लिया. वीडियो में दिखाया गया है कि कुछ लोग उसे चिल्लाते हुए मोटरसाइकिल पर ले जा रहे हैं. गाजा पट्टी से बड़े पैमाने पर फिलिस्तीनी घुसपैठ के मद्देनजर खोए हुए लोगों के बारे में जानकारी पाने की उम्मीद में सैकड़ों इजरायलियों ने एक पुलिस स्टेशन में अपील की है.
माना जा रहा है कि कई लोगों को अपहरण कर और बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया था. इनमें छोटे बच्चे भी शामिल थे. कई लोग इजरायली गांवों में छिपे हुए हैं, लेकिन वह कहां हैं किसी को नहीं पता, बल्कि वह वहां से निकलपाने की स्थिति में भी नहीं हैं. एक शख्स की मंगेतर ने अपने लापता भाई के लिए परेशानी दिखी. उसने उसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है.