
इजरायल और हमास में जारी जंग के बीच इजरायली सेना ने कहा कि वह रविवार को गाजा के सबसे बड़े अस्पताल से बच्चों को निकालने के लिए तैयार है. यह वहीं अस्पताल है जिसे लेकर फिलिस्तीनी अधिकारियों ने दावा किया कि जंग की बीच ईंधन खत्म होने के बाद वहां दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई और दर्जनों अन्य शिशुओं पर खतरा मंडरा रहा है. फिलीस्तीन के अधिकारियों के मुताबिक, ईंधन खत्म होने के बाद अल शिफा अस्पताल ने सेवाए सस्पेंड कर दी जिसकी वजह से इनक्यूबेटर में दो शिशुओं की मौत हो गई.
वहीं हमास ने दावा किया है कि उसने पिछले 48 घंटों के दौरान गाजा में 25 से अधिक वाहनों सहित 160 से अधिक इजरायली सैन्य ठिकानों को पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट कर दिया है. दूसरी तरफ इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि हमास ने उत्तरी गाजा पर नियंत्रण खो दिया है. शनिवार देर रात एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में पांच और इजरायली सैनिकों की मौत हो गई है. इज़रायली सेना ने कहा कि वहां उसका ग्राउंड ऑपरेशन शुरू होने के बाद से 46 लोग मारे गए हैं.
बंधकों की होगी रिहाई ?
इज़राइल के तीन प्रमुख टीवी समाचार चैनलों सूत्रों के हवाले से बताया हे कि गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराने के समझौते की दिशा में कुछ प्रगति हुई है. नेतन्याहू ने कहा कि वह किसी भी संभावित डील के विवरण पर चर्चा नहीं करेंगे. एन12 न्यूज के अनुसार 50 से 100 महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को लड़ाई में तीन से पांच दिनों के विराम के दौरान चरणों में रिहा किया जाएगा. रिपोर्टों के अनुसार, इज़राइल अपनी जेलों से महिलाओं और नाबालिग फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा और गाजा में ईंधन देने पर विचार करेगा, जबकि समझौते के बाद लड़ाई फिर से शुरू करने का अधिकार सुरक्षित रखेगा.
नेतन्याहू का बयान
नेतन्याहू ने कहा, 'जब हमारे पास कहने के लिए कुछ ठोस होगा तो हम परिवारों को अपडेट करेंगे और इसे सरकार के सामने लाएंगे. तब तक मौन रहना ही बेहतर होगा.' तेल अवीव में, बंधकों के परिवारों के समर्थन में हजारों लोग एक रैली में शामिल हुए. गाजा के लोगों बताया कि हमास को खत्म करने के लिए युद्ध में उतरे इजरायली सैनिक गाजा शहर और उसके आसपास पूरी रात हमास के बंदूकधारियों के साथ संघर्ष करते रहे. यहीं गाजा का सबसे बड़ा अल शिफा अस्पताल स्थित है.
हमास-नियंत्रित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय का प्रतिनिधित्व करने वाले अशरफ अल-किदरा ने बताया कि ईंधन खत्म होने के बाद अस्पताल ने सेवाए सस्पेंड कर दी जिसकी वजह से इनक्यूबेटर में दो शिशुओं की मौत हो गई. वहीं गाजा के सीमा प्राधिकरण ने कहा कि मिस्र में राफा क्रॉसिंग शुक्रवार को बंद होने के बाद विदेशी पासपोर्ट धारकों के लिए रविवार को फिर से खुल जाएगी.
उन्होंने कहा कि इजराइली गोलाबारी के दौरान एक मरीज की मौत हो गई और छतों पर इजराइली स्नाइपर्स द्वारा समय-समय पर चिकित्सा परिसर में गोलीबारी की गई जिससे लोगों की आवाजाही की क्षमता सीमित हो गई. उन्होंने रॉयटर्स को फोन पर बताया, 'हमें अल शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स के अंदर घेर लिया गया है और (इजरायली) कब्जे ने अंदर की ज्यादातर इमारतों को निशाना बनाया है.'
इजरायल ने बच्चों को निकालने की पेशकश की
इजरायल के मुख्य सैन्य प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा, इज़राइली सेना बच्चों को अस्पताल से निकालने में मदद करेगी. उन्होंने कहा, 'शिफा अस्पताल के कर्मचारियों ने अनुरोध किया है कि कल हमें बाल रोग विभाग से बच्चों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने में मदद करें. हम आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे.' इजरायल ने कहा है कि डॉक्टरों, मरीजों और उत्तरी गाजा के अस्पतालों में शरण लिए हुए हजारों लोगों को वहां से चले जाना चाहिए ताकि वह हमास के बंदूकधारियों से निपट सके.
इजरायली सेना ने कहा है कि अस्पताल के नीचे और आसपास हमास ने कमांड सेंटर बना रखे हैं. वहीं हमास इस तरह से अस्पतालों का उपयोग करने से इनकार कर रहा है. चिकित्सा कर्मचारियों का कहना है कि अगर मरीज़ों को ले जाया गया तो उनकी मृत्यु हो सकती है.
इजरायल कहा कि उसने हमास के एक "आतंकवादी" को मार गिराया है. जिसके बारे में इजरायल ने दावा किया कि वह आतंकवादी उत्तर में एक अन्य अस्पताल को खाली कराने से रोक रहा था. वहीं इसके बारे में फिलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा है कि अस्पताल सेवा में नहीं है और टैंकों से घिरा हुआ है. फ़िलिस्तीनी अधिकारियों ने शुक्रवार को रॉयटर्स को बताया कि स्कूल में इज़रायली हमले में कम से कम 25 फ़िलिस्तीनी मारे गए थे.